'वीआइपी' ग्राहक का नाम लेकर बैंक को लगाई 18.70 लाख की चपत
अंजली कुशवाहा (शाखा प्रबंधक एसबीआइ मोहब्बेवाला) का कहना है कि अभी मामले में जांच चल रही है। इसलिए फिलहाल कुछ भी कहना मुश्किल है। जांच के बाद ही कुछ बताया जा सकेगा।
देहरादून, जेएनएन। एक जालसाज ने खुद को शहर के बड़े कार शोरूम का मालिक बताकर स्टेट बैंक आफ इंडिया की मोहब्बेवाला शाखा को 18 लाख 70 हजार 500 रुपये की चपत लगा दी।
बैंक की शाखा प्रबंधक की शिकायत पर पटेलनगर कोतवाल पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि, इस मामले में बैंक की लापरवाही ही सामने आ रही है। आरोपित ने बैंक को फोन कर उक्त धनराशि को दो खातों में आरटीजीएस (वास्तविक समय सकल भुगतान) करने के लिए कहा था। लेकिन, बैंक ने वीआइपी ग्राहक होने के चलते बगैर सत्यापन किए ही धनराशि ट्रांसफर कर दी।
पुलिस के अनुसार शाखा प्रबंधक का कहना है कि जिस नंबर से फोन किया गया था वह ट्रू कॉलर पर शोरूम मालिक के नाम से था। इससे उन्हें आरोपित पर भरोसा हो गया। इंस्पेक्टर प्रदीप बिष्ट के अनुसार सुभाषनगर में सचिन अजमानी का बीएम ऑटोसेल्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से कार शोरूम है। सचिन शोरूम के निदेशक भी हैं।
एसबीआइ की मोहब्बेवाला शाखा में उनका खाता है। सोमवार को एक जालसाज ने बैंक की शाखा प्रबंधक अंजली कुशवाहा को फोन किया और खुद को सचिन अजमानी बताते हुए कहा कि उसे पैसों की सख्त जरूरत है। इसलिए बैंक से दो खातों में क्रमश: नौ लाख 80 हजार 500 रुपये और आठ लाख 90 हजार रुपये तत्काल आरटीजीएस के जरिये ट्रांसफर कर दें। इसके लिए वह अपने स्टाफ के हाथों दो चेक भेज रहा है, जो कुछ ही देर में बैंक तक पहुंच जाएंगे। शातिर की बातों में आकर प्रबंधक ने रुपये ट्रांसफर करा दिए।
वहीं, खाते से अचानक 18 लाख रुपये कटने का संदेश आते ही सचिन अजमानी के होश उड़ गए। उनके शोरूम के फाइनेंस मैनेजर ने यह जानकारी शाखा प्रबंधक अंजली कुशवाहा को दी तो बैंक में भी अफरा-तफरी मच गई। जिन खातों में रुपये ट्रांसफर कराए गए, उनमें से एक आइसीआइसीआइ और दूसरा एक्सिस बैंक का है। शाखा प्रबंधक ने तुरंत दोनों बैंकों से संपर्क कर पैसा रोकने के लिए कहा, लेकिन तब तक शातिर ने अलग-अलग माध्यमों से पूरी धनराशि विभिन्न खातों में डाल दी थी। जांच में पता चला है कि जिन खातों में धनराशि हस्तातरित की गई, वह पश्चिम बंगाल के हुगली के हैं।
रविवार से ही बिछाने लगा था बिसात इंस्पेक्टर प्रदीप बिष्ट के अनुसार एसबीआइ को चपत लगाने वाले जालसाज ने रविवार से ही धोखाधड़ी के लिए बिसात बिछानी शुरू कर दी थी। आरोपित ने शाखा प्रबंधक अंजली कुशवाहा को रविवार शाम भी फोन किया था। इसके बाद वाट्सएप पर कई मैसेज भी किए और खुद को सचिन अजमानी बताया। शाखा प्रबंधक ने पुलिस को बताया कि ट्रू कॉलर उक्त नबंर के साथ सचिन अजमानी का नाम दिखा रहा था। इसलिए वह भी उक्त शख्स के झांसे में आ गईं।
यह भी पढ़ें: लैंड फ्रॉड में एसआइटी जल्द मामला दर्ज कर की जाए जांच: रविनाथ रमन
सचिन अजमानी (निदेशक, बीएम ऑटो सेल्स ) का कहना हैै कि बैंक की लापरवाही है। बैंक ने ग्राहक को खुश करने के लिए बिना सत्यापन किए रुपये ट्रांसफर कर दिए। शाखा प्रबंधक ने कुछ दिन पहले ही यहां ज्वाइन किया है। उन्हें पैसे ट्रांसफर करने से पहले एक बार सत्यापन कर लेना चाहिए था।
यह भी पढ़ें: आइजी गढ़वाल ने जताई नाराजगी, कहा-प्राथमिकता से निपटाएं 2018 और उससे पुराने केस