Move to Jagran APP

एक दिवसीय हड़ताल पर रहीं आशा कार्यकर्ता, दवा वितरण और टीकाकरण प्रभावित

आशाओं ने सम्मान राशि मानदेय और बीमा समेत अन्य लाभ देने की मांग को लेकर सोमवार को एक दिवसीय हड़ताल की। केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर सीटू से संबद्ध उत्तराखंड आशा स्वास्थ्य कार्यकर्ता यूनियन से जुड़ी आशाओं ने सरकार ने लंबित मसलों पर जल्द कार्वाई की मांग की है।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Mon, 24 May 2021 07:10 PM (IST)Updated: Mon, 24 May 2021 07:10 PM (IST)
एक दिवसीय हड़ताल पर रहीं आशा कार्यकर्ता, दवा वितरण और टीकाकरण प्रभावित
सम्मान राशि समेत कई मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल पर रहेंगी आशा कार्यकर्त्ता।

जागरण संवाददाता, देहरादून। आशा कार्यकर्ताओं ने सम्मान राशि, मानदेय और बीमा समेत अन्य लाभ देने की मांग को लेकर सोमवार को एक दिवसीय हड़ताल की। केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर सीटू से संबद्ध उत्तराखंड आशा स्वास्थ्य कार्यकर्ता यूनियन से जुड़ी कार्यकर्ताओं ने सरकार ने लंबित मसलों पर जल्द कार्रवाई की मांग की है। 

loksabha election banner

दून, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी, हरिद्वार समेत प्रदेशभर में आशा कर्यकर्ता हड़ताल पर रहीं। इस कारण कोरोना मरीजों को दवा बांटने, टीकाकरण और सर्विलांस का कार्य प्रभावित हुआ। दून में यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष शिवा दुबे की अगुआई में एक प्रतिनिधिमंडल कलक्ट्रेट पहुंचा। यहां कोविड नियमों के मद्देनजर सांकेतिक प्रदर्शन किया।

इस दौरान उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान को पीएम और सीएम को संबोधित ज्ञापन सौंपा। दुबे ने कहा कि सरकार आशा कार्यकर्ताओं से बहुत सारे काम ले रही है, लेकिन तीन साल से केंद्र व राज्य सरकार ने मासिक मानदेय में बढ़ोतरी नहीं की है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आशा  को 10 हजार रुपये सम्मान राशि देने की घोषणा की थी, पर इस पर भी अमल नहीं किया गया। 

उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को राज्य कर्मचारियों की भांति समस्त सुविधा व मानदेय देने, स्वास्थ्य बीमा की परिधि में लाने, कार्य के दौरान मृत्यु होने पर आशा के परिवार को 50 लाख का बीमा और बीमार होने पर 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा, कोरोना काल में घर-घर जाकर अपनी जान जोखिम में डाल रहीं आशा कर्यकर्ता को सुरक्षा उपकरण और फ्रंटलाइन वर्कर की भांति सम्मान व मानदेय, 45 व 46 वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू करने की मांग दोहराई। इस अवसर पर सुनीता चौहान, धर्मिष्ठा, आशा चौधरी, कलावती चंदोला, लोकेश देवी आदि मौजूद रहे।

यह भी पढ़ें- उत्तराखंड में कोरोना के कारण फिर अटका माडल जेल मैन्युअल, वर्षों पुराने कानून से ही चल रहा काम

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.