उत्तराखंड के हर स्कूल और कॉलेज में खुलेगी एंटी ड्रग सेल
प्रदेश में नशे के खिलाफ पुलिस हर स्कूल कॉलेज और युवाओं की भागीदारी वाले संस्थानों में एंटी ड्रग सेल गठित करेगी।
देहरादून, संतोष भट्ट। पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी ने कहा कि प्रदेश में नशे के खिलाफ पुलिस हर स्कूल, कॉलेज और युवाओं की भागीदारी वाले संस्थानों में एंटी ड्रग सेल गठित करेगी। इसका समन्वय थानेदार से लेकर एसएसपी तक रहेगा। प्रदेश में सेल की मॉनिटङ्क्षरग की जिम्मेदारी एंटी ड्रग टास्क फोर्स की रहेगी। इसका मकसद युवाओं को नशे से दूर रखना और नशा कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करना होगा।
अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे उत्तराखंड में नशे का कारोबार बढऩा चिंता का विषय है। खासकर एजुकेशन हब के रूप में पहचान बना चुकी राजधानी देहरादून में नशे का प्रचलन युवाओं को बर्बादी की तरफ ले जा रहा है। इस पर रोक लगाना कई बार पुलिस के लिए चुनौती साबित होता है। पुलिस महानिदेशक अनिल कुमार रतूड़ी का कहना है कि नशे के कारोबार की चुनौती को स्वीकार कर पुलिस को इस अभिशाप से युवाओं को बचाना है। इसके लिए हर शिक्षण संस्थान और युवाओं की भागीदारी वाले संस्थानों में एंटी ड्रग सेल गठित की जाएगी। इसकी जिम्मेदारी संस्थान के प्रबंधक तय करेंगे। समन्वय के लिए स्थानीय थाना, चौकी, सीओ, एसपी एसएसपी को जिम्मेदारी दी जाएगी।
सेल नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाने के साथ युवाओं को नशे की लत से बचाएगी। इसके अलावा नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचाने काम करेगी। इस काम में समाज के जागरूक लोग, एनजीओ, अभिभावक, प्रबंधन, प्रोफेसर, शिक्षक और दूसरे विभागों के एक्टिव अधिकारियों को भी शामिल किया जाएगा। डीजीपी ने बताया कि इसके लिए सभी जिलों को सर्कुलर जारी कर एंट्री ड्रग सेल गठित करने के निर्देश दिए जाएंगे। राज्य स्तर पर गठित एंट्री ड्रग टास्क फोर्स प्रत्येक जिले की शिक्षण संस्थानों में गठित सेल की मॉनिटङ्क्षरग करेगी। हर माह इस सेल के कार्यों की समीक्षा की जाएगी।
दैनिक जागरण का प्रयास सराहनीय
डीजीपी रतूड़ी ने कहा कि समाज को जागरूक करने में दैनिक जागरण की भूमिका सराहनीय है। डॉयल अंगेस्ट ड्रग कार्यक्रम से समाज में चेतना आएगी। उन्होंने कहा कि नशे को खत्म करने के लिए समाज के हर वर्ग में चेतना फैलानी होगी। खासकर युवाओं पर फोकस रखते हुए कार्य करना होगा। युवा गलत दिशा में न जाएं, इसका ध्यान सभी को रखना होगा।
जारी है कार्रवाई
पुलिस ने नशे के खिलाफ 2018 में चलाए गए अभियान के दौरान बड़ी सफलता हासिल की। इस दौरान मादक पदार्थ की तस्करी, सेवन और कारोबार में संलिप्त 11 सौ अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। जबकि आठ करोड़ का माल बरामद किया। अभियान के दौरान नौ करोड़ की अवैध शराब भी पकड़ी गई।
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