जेईई मेन में इस बार चूकने वाले अभ्यर्थी न हों निराश, अभी है एक और मौका
कोई अभ्यर्थी पहली जेईई मेन परीक्षा में चूक गया है तो उसे निराश होने की जरूरत नहीं है। अभी एक मौका और है।
देहरादून, जेएनएन। अगर कोई अभ्यर्थी पहली जेईई मेन परीक्षा में चूक गया है तो उसे निराश होने की जरूरत नहीं है। अभी एक मौका और है। अविरल क्लासेज के निदेशक डीके मिश्रा के मुताबिक जो अभ्यर्थी जेईई मेन-1 में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए, वह पांच से 11 अप्रैल के बीच होने वाली जेईई मेन-2 में हिस्सा ले सकते हैं। जो अभ्यर्थी इसमें अच्छे अंक आने के बाद अंक सुधार चाहते हैं, वे भी जेईई मेन-2 में बैठ सकते हैं। जेईई मेन-2 के लिए ऑनलाइन आवेदन सात फरवरी से शुरू होंगे।
बता दें,जेईई मेन के स्कोर के आधार पर छात्र आइआइटी एंट्रेंस एडवांस्ड के लिए क्वालीफाई करते हैं। मेन के स्कोर पर ही छात्र को एनआइटी, ट्रिपलआइटी, जीएफटीआइ के साथ ही राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला मिलता है। जेईई-मेन दो बार होता है। छात्र दोनों ही एग्जाम में बैठ सकते हैं। जिस परीक्षा में उसके अंक अधिक होंगे, उन्हीं अंकों के आधार पर वह एडवांस्ड क्वालीफाई व एनआइटी सिस्टम के लिए अप्लाई कर सकता है। मेन के दोनों एग्जाम मिलाकर एक अटेंप्ट माना जाएगा।
अप्रैल में जारी होगी रैंक
जेईई मेन अब साल में दो बार होता है। इन दोनों एग्जाम के बाद ही जेईई मेन-2020 की रैंक जारी की जाएगी। ऐसे में जेईई मेन 2020 की रैंक अप्रैल में जारी होगी।
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क्या है परसेंटाइल स्कोर
जेईई मेन में अब परसेंटाइल स्कोर दिया जाता है। दरअसल परीक्षा ऑनलाइन व अलग-अलग स्लॉट में आयोजित की जाती है। इस स्थिति में होता यह है कि कुछ अभ्यर्थियों के पास आसान व कुछ के पास अपेक्षाकृत मुश्किल सेट आता है। जिसका असर अंकों पर दिखता है। इस समस्या से निजात पाने के लिए परसेंटाइल स्कोर पर आधारित नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया या सामान्यीकरण का फार्मूला अपनाया जाता है। जिससे सभी विद्यार्थियों के साथ न्याय हो सके।
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