ट्रेन में वेटरों को भगवा पोशाक पहनाने से अखाड़ा परिषद नाराज, जानिए क्या बोले श्रीमहंत रविंद्र पुरी
रामायण एक्सप्रेस में वेटरों को भगवा रंग की पोशाक पहनाने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कड़ी आपत्ति जताई है। अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी (निरंजनी) ने इस संत समाज का अपमान बताते हुए ड्रेस का रंग बदलने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। दिल्ली से संचालित रामायण एक्सप्रेस में वेटरों को भगवा रंग की पोशाक पहनाने पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने कड़ी आपत्ति जताई है। अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी (निरंजनी) ने इस संत समाज का अपमान बताते हुए ड्रेस का रंग बदलने की मांग की है।
श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि रामायण एक्सप्रेस की वायरल वीडियो में साधु भेष में वेटर यात्रियों को भोजन-पानी वितरित कर रहे हैं, जो संत महात्माओं की गरिमा के विपरीत है। उन्होंने रेल मंत्रालय से तत्काल इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि साधु संत भारतीय संस्कृति की पहचान है। भगवा चोला सनातनियों का पूजनीय है। इंटरनेट मीडिया पर चल रही वीडियो में ट्रेन के अंदर भगवा रंग का चोला पहनकर यात्रियों को सामान वितरित कर रहे हैं।
इससे संत समाज का इस तरह का उपहास बर्दाश्त नही किया जाएगा। वीडियो का संज्ञान लेते हुए श्रीमहंत रङ्क्षवद्र पुरी ने कहा कि भारतीय धर्म, संस्कृति, परंपराओं के प्रतीक चिन्ह को इस तरह वेटर की भेष में प्रदर्शित करना भगवा परंपरा का अपमान है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में रेल मंत्री पीयूष गोयल से वार्ता की जाएगी। तत्काल वेटरों की पोशाक बदलवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी को भी भगवा परंपरा का अपमान नहीं करने दिया जाएगा।
नगर कीर्तन का पुष्प वर्षा से स्वागत
श्री गुरु नानक देव के 552वें प्रकाश उत्सव के उपलक्ष में रुड़की में नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। नगर कीर्तन का विभिन्न स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। इस दौरान युवाओं ने गतके की प्रस्तुति दी। वहीं महिलाओं और बच्चों ने शब्द कीर्तन में भागीदारी की। मंगलवार को रुड़की के रामनगर स्थित गुरुद्वारा कलगीधर से शुरू हुआ नगर कीर्तन रामनगर, बीएसएम तिराहा, गोशाला तिराहा, चावमंडी, अंबर तालाब, अनाज मंडी, मेन बाजार, सिविल लाइंस होते हुए गुरुद्वारा सत्संग सभा पहुंचा, जहां नगर कीर्तन का भव्य स्वागत किया गया। इसके उपरांत नए पुल होते हुए बीटी गंज स्थित गुरुद्वारा सिंह सभा में नगर कीर्तन संपन्न किया गया। नगर कीर्तन की अगुवाई पंच प्यारों ने की और महिलाओं ने शब्द कीर्तन की प्रस्तुति की। गुरुनानक के दरबार की झांकी आकर्षण का केंद्र रही और युवाओं ने गतके में हैरतअंगेज करतब दिखाए।
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