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पीएम मोदी के भरोसे पर खरा उतरे अजीत डोभाल, कद भी बढ़ाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में भी उत्तराखंड के पौड़ी जिले से ताल्लुक रखने वाले अजीत डोभाल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Tue, 04 Jun 2019 09:43 AM (IST)Updated: Tue, 04 Jun 2019 09:43 AM (IST)
पीएम मोदी के भरोसे पर खरा उतरे अजीत डोभाल, कद भी बढ़ाया
पीएम मोदी के भरोसे पर खरा उतरे अजीत डोभाल, कद भी बढ़ाया

देहरादून, राज्य ब्यूरो। देश की सुरक्षा में अहम योगदान दे रहे उत्तराखंड को आंतरिक और बाहरी सुरक्षा मोर्चे पर दोबारा बड़ी जिम्मेदारी निभाने का मौका दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में भी उत्तराखंड के पौड़ी जिले से ताल्लुक रखने वाले अजीत डोभाल को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) बनाया है। उनके कद में इजाफा करते हुए उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया गया है। पूर्व आइपीएस अजीत डोभाल अहम पदों पर रहते हुए देश की सुरक्षा के मोर्चे पर अहम जिम्मेदारी निभा चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पसंदीदा अफसरों में उन्हें शुमार किया जाता है।

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यही वजह है कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री पदभार संभालने के बाद नरेंद्र मोदी ने अजीत डोभाल पर विश्वास जताते हुए उन्हें एनएसए बनाया था। डोभाल प्रधानमंत्री मोदी के पहले पांच साल के कार्यकाल में उनकी उम्मीदों पर खरे उतरे हैं। देश के भीतर आतंकियों के नेटवर्क को ध्वस्त करना हो या अंदरूनी-बाहरी सुरक्षा को लेकर देश को अलर्ट मोड पर रखना, ऐसे कार्यो में डोभाल की विशेषज्ञता का लोहा माना जाता है। उड़ी की घटना के बाद पाकपरस्त आतंकियों के खिलाफ सेना की सर्जिकल स्ट्राइक हो या पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के बालाकोट पर एयर स्ट्राइक हो, इसमें डोभाल की रणनीति की बड़ी भूमिका मानी जाती है। केंद्र में दूसरी बार प्रचंड बहुमत से आरूढ़ हुई मोदी सरकार ने अजीत डोभाल को एक बार फिर एनएसए बनाया है।

इस बार उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया गया है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में हरिद्वार से दूसरी बार सांसद निर्वाचित रमेश पोखरियाल निशंक को शामिल तो किया ही, मानव संसाधन विकास मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी से भी नवाजा है। निशंक भी डोभाल की तरह पौड़ी जिले से संबंध रखते हैं। गौरतलब है कि सैनिक बहुल उत्तराखंड राज्य के जवान देश की सरहदों को महफूज रखने, दुश्मनों के नापाक मंसूबों को नाकामयाब बनाने के साथ ही आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने की बड़ी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं। केंद्र की मोदी सरकार देश के अहम पदों पर उत्तराखंड के अधिकारियों की योग्यता पर भरोसा जताते हुए उन्हें जिम्मेदारी सौंप चुके हैं।

डोभाल के गांव में गुड़ बांटकर मनाया गया जश्न

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का कार्यकाल बढ़ाने पर उनके पैतृक गांव पौड़ी जिले के घीड़ी में गुड़ बांटकर मुंह मीठा कराया गया। गांव में ढोल बजे और आतिशबाजी भी की गई।

सोमवार को जैसे ही अजीत डोभाल के कार्यकाल बढ़ाने का समाचार आया, गांव में जश्न शुरू हो गया। डोभाल के चचेरे भाई और घीड़ी के ग्राम प्रधान अजय डोभाल ने बताया कि अजीत गांव के ही नहीं, देश के गौरव हैं। वह कहते हैं कि उन्हें पूरा विश्वास था कि डोभाल फिर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनेंगे। उन्होंने बताया कि रविवार की रात उनकी अजीत डोभाल के पुत्र शौर्य डोभाल से बात हुई थी। शौर्य ने उन्हें संकेत दे दिए थे। हालांकि इस पर मुहर सोमवार को ही लगी। पूरे गांव में गुड़ बांटा गया। उन्होंने कहा कि पहाड़ में खुशी के अवसर पर मुंह मीठा करने का यह पारंपरिक तरीका है।

अजय ने बताया कि डोभाल वर्ष 2014 में जब पहली बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किए गए थे, इसके बाद वह कुलदेवी की पूजा में शामिल होने गांव आए थे। हालांकि सुरक्षा कारणों से वह अपने पैतृक घर नहीं जा पाए थे। उन्होंने बताया कि वक्त की कमी के कारण  अजीत गांव कम ही आ पाते हैं, लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही वह फिर गांव आएंगे।

गौरतलब है कि अजीत डोभाल का जन्म वर्ष 1945 में घीड़ी गांव में हुआ था। कक्षा चार तक की शिक्षा गांव के प्राथमिक विद्यालय में ली। इसके बाद अजमेर के सैनिक स्कूल में प्रवेश लिया। आगरा विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद उनका आइपीएस में चयन हुआ।

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