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ट्रीटमेंट प्लांट से दुर्गंध उठी तो मुकदमा होगा दर्ज

ढालवाला के चोरपानी में नमामि गंगे योजना के तहत निर्मित 5.00 एमएलडी के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। इस ट्रीटमेंट प्लांट के बनने के बाद स्थानीय लोग यहां बदबू आने की शिकायत कर रहे हैं। कृषि मंत्री ने अधिकारियों को ट्रीटमेंट प्लांट की मॉनेटरिग करने और शोधित सीवर ही बाहर छोड़ने के लिए निर्देशित किया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Jun 2020 02:59 AM (IST)Updated: Sun, 21 Jun 2020 06:10 AM (IST)
ट्रीटमेंट प्लांट से दुर्गंध उठी तो मुकदमा होगा दर्ज
ट्रीटमेंट प्लांट से दुर्गंध उठी तो मुकदमा होगा दर्ज

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश :

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ढालवाला के चोरपानी में नमामि गंगे योजना के तहत निर्मित 5.00 एमएलडी के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया। इस ट्रीटमेंट प्लांट के बनने के बाद स्थानीय लोग यहां बदबू आने की शिकायत कर रहे हैं। कृषि मंत्री ने अधिकारियों को ट्रीटमेंट प्लांट की मॉनेटरिग करने और शोधित सीवर ही बाहर छोड़ने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने उप जिलाधिकारी नरेंद्रनगर को आदेश दिए कि यदि भविष्य में कोई शिकायत आए तो ट्रीटमेंट प्लांट संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।

विदित हो कि क्षेत्रवासियों ने शिकायत की थी कि इस सीवर ट्रीटमेंट प्लांट के बनने के बाद क्षेत्र में लगातार दुर्गंध फैल रही है। ट्रीटमेंट प्लांट से गंदगी बिना शोधन किए चंद्रभागा नदी में छोड़ी जा रही है, जिससे आसपास रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शिकायतों का संज्ञान लेकर कृषि मंत्री ने अधिकारियों के साथ पूरे ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। साथ ही यहां से छोड़े जा रहे पानी की गुणवत्ता की भी जांच की। हालांकि इस दौरान सब कुछ ठीक-ठाक मिला। निरीक्षण के दौरान लोगों ने अधिकारियों पर आरोप लगाए कि जो कुछ बताया जा रहा है, वह सही नहीं है। बल्कि सामान्य दिनों में यहां कोई मॉनेटरिग नहीं जाती और बिना शोधन किये ही सीवेज नदी में छोड़ दिया जाता है। नागरिक व जनप्रतिनिधि, मंत्री व अधिकारियों को उस जगह पर भी ले गए, जहां अशोषित सीवेज एकत्र था। उन्होंने अधिकारियों को सुबह के समय आबादी क्षेत्र का दौरा करने की भी चुनौती दी। जिस पर कृषि मंत्री ने अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने मौके पर मौजूद उप जिलाधिकारी नरेंद्र नगर युक्ता मित्रा को निर्देश दिए कि यदि आज के बाद कभी भी जनप्रतिनिधि और स्थानीय नागरिकों की इससे संबंधित कोई शिकायत आती है तो वह ट्रीटमेंट प्लांट के संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएं। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष रोशन रतूड़ी, क्षेत्रीय सभासद विनोद सकलानी, कार्यक्रम निदेशक, राज्य परियोजना प्रबंध गु्रप, नमामि गंगे उदय राज सिंह राज्य परियोजना प्रबंध ग्रुप, नमामि गंगे उत्तराखंड के तकनीकी सलाहाकार प्रभात राज, पर्यावरण विशेषज्ञ अक्षय कुमार, सामाजिक प्रबंध विशेषज्ञ पूरन चन्द्र जोशी, संचार विशेषज्ञ पूरन चन्द्र कापड़ी, संदीप उनियाल, परियोजना प्रबंधक संदीप कश्यप, वन क्षेत्राधिकारी स्पर्श काला आदि मौजूद थे।

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जल्द स्थापित होगा ऑटोमेटिक मॉनेटरिग सिस्टम

नमामि गंगे के कार्यक्रम निदेशक उदयराज सिंह ने बताया कि जल्द ही इस ट्रीटमेंट प्लांट पर ऑटोमेटिक मॉनेटरिग सिस्टम स्थापित किया जा रहा है। इस सिस्टम के लगने के बाद कहीं से भी प्लांट की क्षमता और कार्यकुशलता का पता लगाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि उपकरण पहुंच चुके हैं और जल्द ही इन्हें स्टॉल किया जाएगा।

यदि पता होता तो बनने ही न देते ट्रीटमेंट प्लांट

ढालवाला के स्थानीय निवासियों का कहना था कि विभाग ने उन्हें इस ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर धोखे में रखा। स्थानीय निवासी तोताराम काला ने बताया कि जब यहा पर प्लांट स्थापित किया जा रहा तो पूछने पर विभागीय अधिकारियों ने बताया कि यहां बिजली घर बनाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह ट्रीटमेंट प्लांट चोरपानी में स्वीकृत था, जो यहां से करीब दो किलोमीटर आगे है। मगर, विभाग ने चोरपानी के बजाय चोरपानी के दूसरे कंपार्टमेंट में, जो आबादी के निकट है यह ट्रीटमेंट प्लांट बना दिया है। यदि शुरुआत में ही पता चलता तो स्थानीय लोग यहां सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनने ही नहीं देते।


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