दादा और पिता के बाद बेटे ने भी जारी रखी सैन्य परंपरा, पढ़िए पूरी खबर
देहरादून के विवेक सिंह खाती ने चार साल के कड़े प्रशिक्षण के बाद सेना में लेफ्टिनेंट बन दून का मान बढ़ाया है।
देहरादून, जेएनएन। बड़ोवाला निवासी विवेक सिंह खाती ने चार साल के कड़े प्रशिक्षण के बाद सेना में लेफ्टिनेंट बन दून का मान बढ़ाया है। विवेक बिहार स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी से पास आउट होकर भारतीय सेना की मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं। विवेक के पिता और दादा भी सेना में सेवाएं दे चुके हैं।
परिवार की सैन्य परंपरा को आगे बढ़ाते हुए विवेक खाती भी अपने पिता की राह पर आगे बढ़ गए हैं। तीन बहनों के इकलौते भाई विवेक को बचपन से ही सैन्य वर्दी की चाह थी, स्कूली शिक्षा ग्रहण करने के दौरान से ही विवेक सेना की ओर आकर्षित रहे। दादा और पिता से भी प्रेरणा मिली तो विवेक ने सैन्य अधिकारी बनने की ठान ली। बिहार के गया में स्थित ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी में चार साल का प्रशिक्षण लेने के बाद विवेक सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं।
विवेक के पिता सेना से रिटायर्ड कैप्टन महेंद्र सिंह और मां गीता खाती ने बेटे की उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि बेटे की लगन को देखकर उन्हें हमेशा से विश्वास था कि वह सैन्य अफसर बनेगा। विवेक के दादा केशर सिंह और नाना पदम सिंह भी सेना में रहकर देश सेवा कर चुके हैं।
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विवेक की तीन बड़ी बहनें हैं, जिनमें से दो बहनें शिक्षिका हैं और एक बहन मनीषा खाती एनजीओ में कार्यरत हैं। मनीषा ने बताया कि मूल रूप से वह गंगोलीहाट पिथौरागढ़ के रहने वाले हैं, लेकिन पिछले कई सालों से यहां दून में निवास कर रहे हैं।
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