ग्राम प्रधान संगठन की मांग, खनन पट्टों की अनियमितता की जांच करे प्रशासन
जोगियाणा और सिंदूडी क्षेत्र में खनन पट्टों में अनियमितता को लेकर ग्राम प्रधान संगठन ने प्रदर्शन किया।
ऋषिकेश, जेएनएन। यमकेश्वर प्रखंड के जोगियाणा और सिंदूडी क्षेत्र में खनन पट्टों में अनियमितता को लेकर ग्राम प्रधान संगठन ने प्रदर्शन किया। पूर्व सूचना के बावजूद उप जिलाधिकारी के मौके पर न पहुंचने से ग्राम प्रधान संगठन ने विरोध जताया।
ग्राम प्रधान संगठन यमकेश्वर ने खनन पट्टों में अनियमितता और खनन स्थल जाने वाले मार्ग और पुलों की समस्या को लेकर विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया था। जिस पर उप जिलाधिकारी ने दोनों पक्षों के साथ बैठक कर समस्या का हल निकालने का आश्वासन दिया था। मगर, बुधवार को तय समय पर ग्राम प्रधान संगठन के सदस्य यहां एकत्र हुए मगर उप जिलाधिकारी नहीं पहुंचे, जिससे ग्राम प्रधान संगठन के सदस्य नाराज हो गए। ग्राम प्रधान संगठन की अध्यक्ष रीना बेलवाल ने कहा कि सरकारी पट्टों पर जब से खनन शुरू हुआ है, तब से अनियमितताएं सामने आ रहे हैं।
खनन स्थल को जाने वाले सिलोगी-घट्टूगाड मार्ग पर पुल की क्षमता 16.20 टन है, मगर इस पुल पर 30 से 40 टन वजनी ट्रकों को निकाला जा रहा है। सिलोगी-गरुड़ चट्टी मार्ग पर भी आरसीसी पुलिया है, जिसकी क्षमता 16.20 टन से भी कम है। भारी वाहनों के संचालन से इस पुलिया को भी खतरा बना हुआ है। उन्होंने बताया कि खनन स्थल से गरुड़चट्टी तक मोटर क्षतिग्रस्त हो चुका है।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में दोबारा से खनन सत्र को खोला गया, लेकिन वाहन स्वामी नहीं ले रहे रुचि
उन्होंने उप जिलाधिकारी से इन सभी बिंदुओं पर जांच कर और निराकरण करने की मांग की। इस संबंध में ग्राम प्रधान संगठन ने थानाध्यक्ष लक्ष्मण झूला के माध्यम से उप जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया है। ज्ञापन सौंपने वालों में संगठन के महासचिव बचन सिंह बिष्ट, विशंभर प्रसाद, रामेश्वरी देवी, रेखा देवी, ममता देवी, संजू देवी, प्रभु दयाल, तेजपाल, पुष्कर, दाताराम, ओमप्रकाश, नीरज आदि शामिल थे।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड को आर्थिक बोझ से उबारने को खनन पर टिकी सरकार की नजर