Move to Jagran APP

डोईवाला में प्रशासन ने कई अतिक्रमण किए ध्‍वस्‍त

माजरीग्रांट डोईवाला में गुरुवार को तहसील प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाते हुए नदी श्रेणी व ग्राम सभा की करीब 18 बीघा भूमि पर से अतिक्रमण हटाया। वहीं पक्के अवैध निर्माण को हटाने के लिए भवन स्वामियों को नोटिस दिए।

By Sumit KumarEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 04:50 PM (IST)Updated: Thu, 03 Dec 2020 09:56 PM (IST)
डोईवाला में प्रशासन ने कई अतिक्रमण किए ध्‍वस्‍त
तहसील प्रशासन की टीम द्वारा खोखेनुमा बनाए गए कच्चे आशियानो को जेसीबी से ध्वस्त किया।

संवाद सहयोगी, डोईवाला: माजरीग्रांट डोईवाला में गुरुवार को तहसील प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाते हुए नदी श्रेणी व ग्राम सभा की करीब 18 बीघा भूमि पर से अतिक्रमण हटाया। वहीं पक्के अवैध निर्माण को हटाने के लिए भवन स्वामियों को नोटिस दिए। गुरुवार को तहसीलदार रेखा आर्य के नेतृत्व में तहसील टीम माजरीग्रांट शिव कॉलोनी अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची। यहां पर नदी श्रेणी व ग्रामसभा की करीब 18 बीघा भूमि अतिक्रमण हुआ है।

loksabha election banner

यहां पर लगातार अतिक्रमण होने की शिकायत मिल रही थी जिसका संज्ञान लेकर तहसील प्रशासन ने अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। अस्थायी निर्माण को जैसे ही तहसील प्रशासन ने हटाना शुरू किया तो कुछ क्षेत्रवासियों ने इसका विरोध किया लेकिन पुलिस बल के समक्ष उनका विरोध ज्यादा देर तक टिक नहीं सका। उसके बाद तहसील टीम ने जेसीबी के माध्यम से अस्थायी अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया।  वहीं टीम ने नदी श्रेणी की भूमि पर बनाए गए पक्के भवन के स्वामियों को स्वयं अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया। अगर वह खुद अतिक्रमण नहीं हटाते तो प्रशासन अभियान चलाकर अतिक्रमण ध्वस्त करेगा।

यह भी पढ़ें: पछवादून में एक ही परिवार के पांच सदस्यों समेत पंद्रह संक्रमित

लेखपाल सुधीर सैनी ने बताया कि करीब 18 बीघा नदी श्रेणी व ग्राम सभा की भूमि पर चलाए गए अभियान के बाद अवैध अस्थायी कब्जे हटाए गए। तहसीलदार ने कहा कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा उनके खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी। इस अवसर पर लेखपाल जयपाल सिंह रावत, ग्राम प्रधान अनिल पाल, उपप्रधान रामचंद्र, पंचायत सदस्य रघुवीर ङ्क्षसह, महेंद्र ङ्क्षसह, हिम्मत ङ्क्षसह, सौरभ कुमार, बीडीसी सुरेश कुमार, मंजीत सिंह , हरि‍विंंदर सिंह आदि भी मौजूद थे।

यह भी पढ़ें: Asan Wetland: आसन वेटलैंड क्षेत्र में फैल रही गंदगी, पक्षी प्रेमी परेशान


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.