देश की धरोहर हैं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समान रूप से मिले सम्मान
उत्तराखंड के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों की विभिन्न मांगों को लेकर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी जिलाधिकारियों से चर्चा की।
देहरादून, जेएनएन। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने उत्तराखंड के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के आश्रितों की विभिन्न मांगों को लेकर सभी जिलाधिकारियों से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी किसी जिले या राज्य तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वह पूरे देश की धरोहर हैं। स्वतंत्रता दिवस के दिन सभी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समान रूप से सम्मान किया जाना चाहिए।
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में शुक्रवार को सचिवालय में सभी जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। इस दौरान उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की सभी समस्याओं की मॉनीटरिंग की जाए। उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए हर जिले में नोडल अधिकारी नामित कर उनका फोन नंबर भी प्रचारित किया जाए, जिससे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को अपनी समस्याओं को लेकर इधर-उधर न भटकना पड़े।
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अपर मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि जनपदों की सभी तहसीलों में उस क्षेत्र में निवास कर रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की सूची उपलब्ध करा दी जाए, जिससे तहसीलदार और अन्य अधिकारियों को अपने क्षेत्र में रह रहे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जानकारी रहे और आवश्यकता पड़ने पर उनकी समस्याओं का सही समय पर समाधन कर सके। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की व्यवस्था बनायी जाए, जिससे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को अपने छोटे-छोटे कार्यों के लिए देहरादून और जनपद मुख्यालयों के चक्कर न काटने पड़े।
बैठक में बताया गया कि परिवहन निगम की सरकारी बसों की तरह वोल्वो बसों में भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, उनकी विधवाओं को एक सहायक के साथ और पहली पीढ़ी के समस्त उत्तराधिकारियों को निशुल्क यात्रा सुविधा दी जा रही है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की पहली पीढ़ी के उत्तराधिकारियों को कुटुंब पेंशन दिए जाने के संबंध में जिलाधिकारियों ने अवगत कराया कि मिल रहे आवेदनों का परीक्षण करते हुए पेंशन दिए जाने को लेकर कार्यवाही पूरी की जा चुकी है। इस पर अपर मुख्य सचिव ने कुटुंब पेंशन दिए जाने के निर्देश दिये गए।
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