मजार में तोड़फोड़ और आगजनी करने का आरोपित गिरफ्तार Dehradun News
डोईवाला के तेलीवाला स्थित मजार में हुई तोड़फोड़ और जली किताबों के अवशेष मिलने की खबर ने पुलिस के हाथ-पांव फुला दिए। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
देहरादून, जेएनएन। डोईवाला के तेलीवाला स्थित मजार में हुई तोड़फोड़ और जली किताबों के अवशेष मिलने की खबर ने पुलिस के हाथ-पांव फुला दिए। घटना को लेकर तनाव बढ़ने की आशंका को देखते हुए इलाके को छावनी में तब्दील करने के साथ पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई। कुछ ही घंटे की तफ्तीश के बाद तस्वीर साफ हो गई।
पता चला कि यह करतूत क्षेत्र के ही एक नशेड़ी और सनकी किस्म के युवक की है। धार्मिक स्थल में वह चोरी की नीयत से दरवाजा तोड़कर घुसा था और रात में जब ठंड लगी तो वहां रखी किताबों व कागजों को जलाकर अलाव तापने लगा। आरोपित को पुलिस ने सोमवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि सोमवार की सुबह अब्दुल कादिर ने सूचना दी कि तेलीवाला स्थित मजार में तोडफ़ोड़ और आगजनी की गई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा दर्ज कर इलाके में मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया।
इस दौरान मजार के कुछ सामान की एक पोटली पास के गन्ने के खेत में पड़ी मिली। इस पर इलाके में सक्रिय चोरों की कुंडली खंगाली गई तो पता अनिल कुमार लोधी निवासी कुकड़ावाला रविवार की पूरी रात घर से गायब था। सोमवार दोपहर बाद अनिल को पुलिस ने झबरावाला पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में अनिल ने बताया कि वह पेशे से प्लंबर है और नशे का लती है। रविवार की रात एक बजे घर गया था, लेकिन किसी ने घर का दरवाजा नहीं खोला तो वह पास में ही स्थित मजार पर चला गया। उसे पता था कि यहां हर रोज कुछ न कुछ चढ़ावा आता है। इसलिए चोरी की नीयत से दरवाजा तोड़कर अंदर घुस गया।
तोड़फोड़ के दौरान कांच का एक टुकड़ा उसके पैर में लग गया। जिस पर कपड़ा बांधने के बाद अंदर रखे संदूक को तोड़कर उसमें से पैसे निकाल लिए। ठंड लगने पर उसने संदूक में रखी किताबों और अखबार को निकाल कर जला दिया और काफी देर तक अलाव तापता रहा। इसके बाद वहां पड़ी चादर और संदूक से मिले सामान की पोटली बनाकर गन्ने के खेत में छिपा दिया।
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नहीं आई साजिश की बात सामने
डीआइजी एवं देहरादून के एसएसपी अरुण मोहन जोशी के अनुसार, घटना में किसी तरह के सांप्रदायिक सौहार्द बिगाडऩे की साजिश जैसी कोई बात सामने नहीं आई है। वहीं, क्षेत्र के लोगों ने भी कानून व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस का पूरा सहयोग दिया। पुलिस टीम ने जिस तत्परता से मामले में कार्रवाई की, वह सराहनीय है। टीम को ढाई हजार रुपये का ईनाम दिया जा रहा है।
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