आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं के मानदेय को 82 करोड़ जारी, दस तक मिलेगा केंद्रांश भी
कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर फ्रंटलाइन वर्कर की भूमिका निभा रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं और सहायिकाओं के लिए चालू वित्तीय वर्ष में मानदेय की कोई दिक्कत नहीं होगी। सरकार ने मानदेय के लिए राज्यांश की 82.10 करोड़ की राशि आवंटित कर दी है।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर फ्रंटलाइन वर्कर की भूमिका निभा रहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं और सहायिकाओं के लिए चालू वित्तीय वर्ष में मानदेय की कोई दिक्कत नहीं होगी। सरकार ने 33739 आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं व सहायिकाओं के सालभर के मानदेय के लिए राज्यांश की 82.10 करोड़ की राशि आवंटित कर दी है। महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य के मुताबिक सोमवार तक केंद्रांश की राशि भी जारी कर दी जाएगी।
उत्तराखंडके सभी 13 जिलों में बाल विकास से जुड़ी 105 परियोजनाएं 20033 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से संचालित की जा रही हैं। इन केंद्रों में कार्यरत आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं और सहायिकाओं को कोविड संबंधी कार्यों में भी लगाया गया है। आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता को 7500 और सहायिका को 4500 रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता के मानदेय में 4000 रुपये केंद्रांश और 3500 रुपये राज्यांश है। इसी तरह सहायिका के मानदेय को 3000 रुपये केंद्र और 1500 रुपये राज्य वहन करता है।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने कहा कि कोरोना काल में आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं और सहायिकाओं को आर्थिक दिक्कत से न जूझना पड़े, इसके लिए उनके मानदेय के समय पर भुगतान की व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि सोमवार तक केंद्रांश भी जारी होने के बाद इन फ्रंटलाइन वर्कर को हर माह समय पर मानदेय मिलता रहेगा।
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