उत्तराखंड लोकसभा चुनावः दून के तीन ही बूथ छू पाए 80 फीसद का आंकड़ा
इस लोकसभा चुनाव में देहरादून के 10 विधानसभा क्षेत्रों में 61.21 फीसद मतदान हुआ मगर इसी दून में तीन पोलिंग बूथ ऐसे भी रहे जहां 80 फीसद से अधिक लोगों ने वोट डाले।
देहरादून, सुमन सेमवाल। इस लोकसभा चुनाव में देहरादून के 10 विधानसभा क्षेत्रों में 61.21 फीसद मतदान हुआ, मगर इसी दून में तीन पोलिंग बूथ ऐसे भी रहे, जहां 80 फीसद से अधिक लोगों ने वोट डाले। हालांकि, ऐसे बूथों की संख्या महज तीन है। इनमें भी दो बूथ दूरस्थ विधानसभा क्षेत्र चकराता और एक बूथ विकासनगर क्षेत्र का है।
वहीं, अगर सबसे कम मतदान की बात करें तो आठ बूथ 40 फीसद का भी आंकड़ा नहीं छू पाए और इनमें तीन बूथ धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के हैं। दिलचस्प यह भी कि सर्वाधिक मतदान वाले बूथों की सूची में इसी विधानसभा क्षेत्र के तीन बूथों ने भी जगह बनाई। मतदान की यह तस्वीर निर्वाचन आयोग की एक रिपोर्ट में सामने आई।
आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, 55 बूथों पर वहां पड़े कुल मतों के औसत से 15 फीसद कम मत पड़े। वहीं, 60 ही बूथ ऐसे रहे, जहां कुल औसत मतों से 15 फीसद अधिक मत पड़े। सर्वाधिक मतों वाले बूथ की बात करें तो सात बूथों पर 70 व इसके अधिक मत पड़े।
दूसरी तरफ नौ ऐसे बूथ रहे, जहां करीब 40 फीसद व इससे भी कम वोट पड़े हैं। देहरादून जिले में तैयार की गई है रिपोर्ट भारत निर्वाचन आयोग को भेजी जा रही है।
जिले में नहीं डाले गए टेंडर वोट
आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जिले के 10 विधानसभा क्षेत्रों में एक भी टेंडर वोट नहीं डाला गया। यह एक तरह का चैलेंज्ड वोट होता है, जिसे कोई मतदाता उस दावे के साथ डालता है कि उसका वोट किसी अन्य ने डाल दिया है, जबकि अभी उसने मतदान ही नहीं किया। इसके अलावा एएसडी (एबसेंट, शिफ्टेड व डिलीटेड/डेथ) श्रेणी में भी कोई वोट न डाले जाने की बात रिपोर्ट में कही गई है।
35 फीसद तक मतदाताओं ने नहीं किया वोटर कार्ड का प्रयोग
आयोग की रिपोर्ट पर गौर करें तो दून के 10 विधानसभा क्षेत्रों में 35 फीसद तक मतदाताओं ने मतदान के लिए वोटर कार्ड का प्रयोग नहीं किया। जाहिर है, इन मतदाताओं ने पहचान ने लिए आधार कार्ड, डीएल, पैन कार्ड आदि का प्रयोग किया है।
राजपुर रोड पर सर्वाधिक 35 फीसद से अधिक मतदाताओं ने अन्य माध्यम से वोट डाले। इसी तरह चकराता में 33.45 फीसद लोगों ने मतदान के लिए वोटर कार्ड का प्रयोग नहीं किया। बूथ के हिसाब से बात करें तो धर्मपुर में 112 बूथों पर 25 फीसद से अधिक मतदाताओं ने वोटर कार्ड की जगह अन्य विकल्प अपनाए और सहसपुर में 90 बूथों पर 25 फीसद से अधिक मतदाताओं ने दूसरे विकल्प से वोट डाले।
11 बूथों पर गायब रहे पोलिंग एजेंट
दून में 11 बूथ ऐसे रहे, जिनमें मॉक पोल के लिए किसी भी पार्टी/प्रत्याशी के पोलिंग एजेंट मौजूद नहीं रहे। वहीं, 48 बूथों पर महज एक पोलिंग एजेंट की मौजूदगी में मतदान शुरू कराया जा सका। सिर्फ विकासनगर, रायपुर व कैंट ही ऐसे विधानसभा क्षेत्र रहे, जहां सभी बूथों पर एक से अधिक पोलिंग एजेंट तैनात रहे।
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