63 प्रतिशत नंबर आए तो सीट पक्की
जागरण संवाददाता, देहरादून: नीट देने वाले छात्रों के मन में अब कटऑफ को लेकर सवाल तैर रहे हैं। विशेषज्
जागरण संवाददाता, देहरादून: नीट देने वाले छात्रों के मन में अब कटऑफ को लेकर सवाल तैर रहे हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि सामान्य वर्ग में कट ऑफ तकरीबन 63 प्रतिशत रहने वाली है। आपका आकलन यदि इससे ज्यादा अंकों का है, तो सीट पक्की समझिए।
परीक्षा की कशमकश के बाद छात्र अब परिणाम की उधेड़बुन में हैं। वह अब नंबरों की गणित में उलझे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार तमाम आकलन के बाद नीट में सामान्य वर्ग की कटऑफ इस दफा 63 प्रतिशत के आसपास जाएगी। बता दें कि परीक्षा में कुल 180 प्रश्न आए हैं। हर एक सवाल चार नंबर का और गलत जवाब पर एक नंबर कट जाते है। कुल 720 अंक में यदि कोई छात्र 450 के आसपास स्कोर करता है तो उसकी सीट लगभग पक्की है। कटऑफ वह न्यूनतम अंक है, जिसके बूते किसी भी छात्र को देशभर के मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिलता है।
बीते वर्ष नीट में 11,38,890 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जबकि इस बार यह संख्या 13,26,725 से भी ज्यादा रही है। यानी 14 प्रतिशत ज्यादा उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। विशेषज्ञों के अनुसार एक औसत छात्र के लिए नीट प्रश्न पत्र अच्छा था और अधिकतर छात्र इस पेपर में अच्छा स्कोर करेंगे। जिसका सीधा असर कटऑफ पर दिखाई देगा। अविरल क्लासेज के निदेशक डॉ. डीके मिश्रा के अनुसार ऑल इंडिया कोटे के तहत दाखिला पाने के लिए अभ्यर्थी को तकरीबन 505 नंबर लाने होंगे। वहीं राज्य स्तर पर 450 नंबर के आसपास सीट मिल जाएगी। उनका कहना है कि छात्रों को अब किसी भी तरह की उधेड़बुन से बाहर निकलकर एम्स और जिपमर की तैयारी में जुटना चाहिए। एम्स में एमबीबीएस कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा 26 और 27 मई को होगी, जबकि जिपमर की परीक्षा तीन जून को होगी।
ऑल इंडिया कोटे में दाखिले की अंतिम रैंक
- नीट-2017
अनारक्षित-8317
अन्य पिछड़ा वर्ग-8347
एससी-52996
एसटी-76167
- नीट-2016
अनारक्षित-5849
अन्य पिछड़ा वर्ग-5878
एससी-37095
एसटी-63909
- एआइपीएमटी-2015
अनारक्षित-5025
अन्य पिछड़ा वर्ग-5039
एससी-34883
एसटी-54995