500 आशा कार्यकर्ताओं की होगी नियुक्ति
राज्य ब्यूरो, देहरादून: स्वास्थ्य महकमे में जल्द ही रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। केंद्र सरकार ने रा
राज्य ब्यूरो, देहरादून: स्वास्थ्य महकमे में जल्द ही रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत उत्तराखंड में 500 आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति को मंजूरी प्रदान कर दी है। स्वास्थ्य महकमा इनका उपयोग शहरी क्षेत्रों के गिरते लिंगानुपात को दुरुस्त करने के साथ ही सर्वे के लिए करेगा।
प्रदेश में इस समय 11 हजार से अधिक आशा कार्यकर्ता तैनात हैं। ये आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से चलाई जा रही जननी योजनाओं से संबद्ध हैं। इनका मुख्य कार्य स्थानीय स्वास्थ्य सेवा केंद्रों के जरिए गरीब महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं को प्रदान करना है। ये कार्यकर्ता एक तरह से गरीब तबके की महिलाओं और अस्पतालों के बीच एक अहम कड़ी के तौर पर काम करती हैं। आशा कार्यकर्ताओं की महिला प्रसव से लेकर कुपोषण दूर करने के लिए चलाई जा रही योजनाओं में अहम भूमिका रहती है। एनआरएचएम के तहत चलाई जा रही योजनाओं के संचालन में भी इन्हीं की भूमिका है। इसकी एवज में इन्हें एक निश्चित मानदेय दिया जाता है।
प्रदेश में आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति वर्ष 2005-06 में एनआरएचएम योजना शुरू होने के दौरान की गई। प्रदेश में तैनात 11 हजार आशा कार्यकर्ताओं में आधी से ज्यादा इस समय ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रही हैं। इनके कार्य का असर भी इन क्षेत्रों में दिखा है। स्वास्थ्य महकमे की ओर से कराए गए एक सर्वे में यह बात सामने आई है कि ग्रामीण क्षेत्रों में लिंगानुपात की स्थिति सुधरी है। यहां तक कि आशा कार्यकर्ताओं के सहयोग से अब प्रतिमाह लिंगानुपात का आंकड़ा शासन को उपलब्ध कराया जा रहा है। इसे देखते हुए शासन अब शहरी क्षेत्रों में भी इनकी तैनाती करने को इच्छुक था। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने एनएचएम के तहत इसका प्रस्ताव बनाकर केंद्र को भेजा। इस पर अब केंद्र ने अनुमति प्रदान कर दी है। अब जल्द ही इनकी नियुक्ति होने की उम्मीद जगी है।
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