गढ़वाली व कुमाऊंनी गीतों की रही धूम
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: स्वदेशी जागरण मंच की ओर से आयोजित स्वदेशी मेले की चौथी संध्या गढ
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: स्वदेशी जागरण मंच की ओर से आयोजित स्वदेशी मेले की चौथी संध्या गढ़ संस्कृति के नाम रही। कलाकारों ने गढ़वाली व कुमाऊंनी गीतों पर नृत्य प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया। देर रात तक दर्शकों ने कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया।
अमितग्राम गुमनिवाला में आयोजित सात दिवसीय स्वदेशी मेले के चौथे दिन गढ़वाली सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। विभिन्न गढ़वाली नृत्य गीतों की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को झूमने पर विवश किया। सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम कंडवाल व आशीष भैया ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर स्थानीय कलाकारों ने फुलमा चांदी कु बटणा, दिल मां तुम्हारी रटणा.., बेड़ो पाको बारामासा.., ऐजा ऐ भुनुमति पाव बाजरा.., अल्मोड़ा को लल बाजरा.., मन लगीगे मेरो ¨पगली साड़ी मा.. आदि गीतों पर शानदार नृत्य प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक विपिन पंत, एनआरआइ रामरतन रतूड़ी, प्रदीप ¨सह नेगी, दीपक गौनियाल, राहुल त्रिपाठी, अनिल फर्सवान, ¨प्रस यादव, आधार वर्मा, मुकुल दुर्गापाल आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन नरेंद्र ¨सह रावत ने किया।