जैविक कृषि के 3900 नए क्लस्टर
परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत प्रदेश में जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए स्वीकृत 10 हजार क्लस्टर में से प्रथम चरण में इस वर्ष 3900 क्लस्टर विकसित किए जाएंगे।
राज्य ब्यूरो, देहरादून
परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत प्रदेश में जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए स्वीकृत 10 हजार क्लस्टर में से प्रथम चरण में इस वर्ष 3900 क्लस्टर विकसित किए जाएंगे। कृषि मंत्री सुबोध उनियाल की अध्यक्षता में मंगलवार को विधानसभा में हुई समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी गई। कृषि मंत्री ने नए क्लस्टर के लिए कार्ययोजना के क्रियान्वयन को रूपरेखा तैयार करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए।
कृषि मंत्री ने कहा कि परंपरागत कृषि विकास योजना का उद्देश्य परंपरागत कृषि को बढ़ावा देते हुए टिकाऊ कृषि के लिए प्रयास करना है। इसके तहत कृषि के अतिरिक्त उससे जुड़े क्षेत्रों उद्यान, जड़ी-बूटी, सगंध पौध, रेशम के जरिये कृषकों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि योजना में कृषि क्षेत्र की 78 हजार हेक्टेयर भूमि को शामिल किया गया है। इसमें करीब 80 हजार किसान पहले से ही कार्य कर रहे हैं और योजना के बाद इसमें 78 हजार और जुड़ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य को जैविक कृषि की ओर अग्रसर करने में यह योजना अहम साबित होगी। बैठक में कृषि निदेशक गौरी शंकर, अपर निदेशक केसी पाठक, संयुक्त निदेशक एके उपाध्याय समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।