गढ़वाल विश्वविद्यालय में दूर होगी शिक्षकों की कमी, 223 पद पर जल्द होगी भर्ती
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में लंबे समय से खाली चल रहे शिक्षकों के 223 पद पर जल्द भर्ती शुरू होने की आस जगी है।
देहरादून, अशोक केडियाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में लंबे समय से खाली चल रहे शिक्षकों के 223 पद पर जल्द भर्ती शुरू होने की आस जगी है। बीते दिनों दून आए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने एक कार्यक्रम में इसके संकेत दिए थे।
विश्वविद्यालय में इस समय प्रोफेसर के 35, एसोसिएट प्रोफेसर के 99 और असिस्टेंट प्रोफेसर के 89 पद रिक्त हैं। बीते दिनों ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय के दीक्षा समारोह में डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने एलान किया था कि उनका मंत्रालय जल्द ही केंद्रीय विश्वविद्यालयों में रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। जिसका सबसे बड़ा लाभ एचएनबी गढ़वाल विवि को होगा। गढ़वाल विवि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधीन आता है। इसलिए यहां सभी रिक्त पदों पर भर्ती न्यूनतम शैक्षिक योग्यता यूजीसी रेगुलेशन 2010 के मानकों के तहत होगी।
16 से शुरू होगी 25 पदों पर भर्ती
वहीं, बीती दो मार्च को दून के एफआरआइ सभागार में विवि की कार्य परिषद (ईसी) की बैठक में भी शिक्षकों के 25 पद भरे जाने का अनुमोदन हुआ था। इनमें प्रोफेसर के दो पद, एसोसिएट प्रोफेसर के दो पद और सहायक प्रोफेसर 21 पद शामिल हैं। गढ़वाल विवि के कुलसचिव ने बताया कि इन पदों पर 16 से 25 मार्च के बीच भर्ती प्रक्रिया चलेगी।
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डॉ. अशोक कुमार झा (कुलसचिव गढ़वाल विवि) का कहना है कि इस समय विवि में शिक्षकों के 223 पद रिक्त हैं। इसी माह विवि की कार्य परिषद ने 25 शिक्षकों की नियुक्ति का अनुमोदन किया था। इसके बाद भी विवि में 198 पद रिक्त हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से रिक्त पदों को भरने की अनुमति मिलते ही विवि प्रशासन भर्ती प्रक्रिया शुरू कर देगा।
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