गायब चल रहे 20 डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त
शासन ने वर्ष 2018 में विभाग में नियुक्त किए 20 डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: शासन ने वर्ष 2018 में विभाग में नियुक्त किए 20 डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। ये सभी डॉक्टर विभाग में एक बार ज्वाइनिंग के बाद से ही गायब चल रहे हैं।
प्रदेश सरकार बीते कुछ वर्षो से लगातार अनुपस्थित चल रहे डॉक्टरों पर सख्ती कर रही है। इस कड़ी में शासन ने 20 और डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। ये सभी डॉक्टर वर्ष 2018 में भर्ती किए गए थे। ये डॉक्टर एक बार ज्वाइनिंग देने के बाद दोबारा अस्पताल नहीं आए। इन्हें एक बार रिमाइंडर भेजने के बाद शासन ने सबकी सेवाएं समाप्त कर दी हैं। इनमें उप जिला चिकित्सालय, अल्मोड़ा में तैनात डॉ. रितेश चौहान, जिला चिकित्सालय बागेश्वर में तैनात डॉ. हेमचंद्र भट्ट, सीएचसी कर्णप्रयाग में तैनात डॉ. दीपक सेमवाल, सीएचसी घाट में तैनात डॉ. अमित कुमार, सीएचसी कर्णप्रयाग में तैनात डॉ. संदीप सिंह, जिला चिकित्सालय चंपावत में तैनात डॉ. रजनी शर्मा, सीएचसी मसूरी में तैनात डॉ. शुभंकर प्रतीक लाल, अतिरिक्त पीएचसी पिरान कलियर में तैनात डॉ. सचिन सैनी, सीएचसी लक्सर में तैनात डॉ. रमेश कुमार, सीएचसी रुड़की में तैनात डॉ. उत्कर्ष तेवतिया, संयुक्त चिकित्सालय रामनगर में तैनात विकास झा, संयुक्त चिकित्सालय श्रीनगर में तैनात डॉ. सुरेंद्र कुमार, जिला चिकित्सालय रुद्रप्रयाग में तैनात डॉ. गौरव आर्य, सामुदायिक केंद्र थत्यूड़ में तैनात डॉ. सरफराज हुसैन, सीएचसी लंबगांव में तैनात डॉ. योगेश आहूजा, सीएचसी जसपुर में तैनात डॉ. अंजलि चौहान, सीएचसी खटीमा में तैनात डॉ. मयंक कश्मीरा, सीएचसी गदरपुर में तैनात डॉ. बच्चा बाबू, सीएचसी बाजपुर में तैनात डॉ. ईशा गुप्ता और जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में तैनात डॉ. अखिल अग्रवाल शामिल हैं।