मलबे ने फिर रोकी एनएच की राह
गुरुवार रात से लगातार हो रही बारिश के कारण जिले का सामान्य जनजीवन पटरी से उतर गया।
चम्पावत, जेएनएन : गुरुवार रात से लगातार हो रही बारिश के कारण जिले का सामान्य जनजीवन पटरी से उतर गया।
एनएच पर अत्यधिक मात्रा में मलबा गिरने से सुबह आठ बजे तक वाहन नहीं चल पाए। धौन-स्वाला, धौन, बेलखेत, कठौल आदि स्थानों पर तड़के चार बजे से ही मलबा गिरना शुरू हो गया। धौन-स्वाला के बीच आठवें मील में सुबह 4:35 बजे पहाड़ी का हिस्सा दरक गया। काफी मशक्कत के बाद 5:35 बजे मलबा हटाया जा सका। बेलखेत में 6:13 बजे बंद हुई सड़क 6:40 बजे खुल पाई। कठौल के पास भी करीब सुबह सात बजे बड़ी मात्रा में मलबा सड़क पर आ गया। 7:40 बजे मलबा हटाकर वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सकी। लोहाघाट विकास खंड की डुंगराबोरा-कायल, ठटीगांव-सिलमटुकरा और चम्पावत की खटोली-वैला सड़कों पर भी मलबा आ गया। अपराह्न तीन बजे तक सड़कों को आवागमन के लिए सुचारू नहीं किया जा सका था। खटकना पुल से लेकर छतार तक पानी सड़कों से होते हुए कई आवासीय मकानों में घुस गया।
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बारिश से गोसनी और भगाना भंडारी गांव में गो-शाला क्षतिग्रस्त
चम्पावत : शुक्रवार की सुबह हुई मूसलधार बारिश से गोसनी गाव के पशुपालक केशव दत्त ओली की गोशाला की दीवार ढह गई। गनीमत रही कि इस घटना में किसी जानवर को चोट नहीं आई। इधर चम्पावत के पल्सों गाव में नारायण दत्त के मकान की बगल की दीवार भी गिर गई है। जिससे उनके मकान को खतरा बना हुआ है। भगाना भंडारी में पशुपालक बसंत खर्कवाल की गोशाला को भी बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है। शुक्रवार को जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में भी भारी बारिश होने से कई स्थानों पर जलभराव हो गया। शारदा नदी के उफान पर आने से प्रशासन ने आस-पास रह रहे लोगों को अलर्ट रहने को कहा है। एसडीएम दयानंद सरस्वती ने बताया कि टनकपुर शारदा घाट के आस-पास रहने वाले परिवारों को खतरे के दौरान पंचमुखी महादेव धर्मशाला में ठहराया जाएगा।
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शुक्रवार को जिले के विभिन्न स्थानों पर हुई बारिश
चम्पावत 22 एमएम
बनबसा 35 एमएम
लोहाघाट 19एमएम
पाटी 10 एमएम
बाराकोट 24 एमएम