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रामलीला मंचन में धनुष तोड़ श्रीराम ने सीता संग रचाया विवाह

ग्राम सभा फागपुर में जारी रामलीला के मंचन के तृतीय दिन धनुष यज्ञ से लेकर स्वयंवर तक का मंचन हुआ।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 10:38 PM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2020 10:38 PM (IST)
रामलीला मंचन में धनुष तोड़ श्रीराम ने सीता संग रचाया विवाह
रामलीला मंचन में धनुष तोड़ श्रीराम ने सीता संग रचाया विवाह

बनबसा, जेएनएन : ग्राम सभा फागपुर में जारी रामलीला के मंचन के तृतीय दिन धनुष यज्ञ से लेकर भगवान राम द्वारा धनुष तोड़ने, लक्ष्मण परशुराम संवाद, सीता स्वयंवर तक की लीला का मंचन किया गया।

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इससे पूर्व तीसरे दिन की रामलीला मंचन का शुभारंभ मुख्य अतिथि कैप्टन अमर सिंह मेहरा ने किया। इस अवसर पर उन्होने उन्होने लोगों से कोविड-19 से बचने के लिए मास्क पहनने और शारीरिक दूरी बनाए रखने की अपील की। रामलीला मंचन में राम के पात्र की भूमिका शुभम, लक्ष्मण प्रियाशु, दशरथ अनिल कुमार, विश्वामित्र गोविन्द सिंह, जनक पारस, रावण जगदीश कोहली, बाणासुर अमित ने निभाई। रामलीला मंचन में खुशाल राम ने हारमोनियम, मास्टर पंकज ने तबला में साथ दिया। इस अवसर पर कमेटी के अध्यक्ष मनोज कालाकोटी, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण राम, जोकर राजू सिंह, जगदीश सिंह, सुशीला शाह उर्मिला देवी, पूरन लाल लोग मौजूद रहे। ========= सच्चे मन से करें मा की आराधना : बाबा आदित्य दास

लोहाघाट : ग्राम सभा पाटन पाटनी के मां झूमाधूरी मंदिर में 11 दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत कथा शनिवार को चौथे दिन भी जारी रही। दोपहर बाद आयोजित कथा के दौरान कथा वाचक बाबा आदित्य दास ने कथा का प्रवचन करते हुए पुराण के प्रसंगों का उल्लेख कर कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम ने भी रावण का नाश करने के लिए महामाया जगदम्बा की उपासना की। पूर्वकाल में भगवान विष्णु, शिव तथा ब्रह्मा सहित देवराज इंद्र ने भी शक्ति उपासना कर मनोभिलिक्षित कार्य संपन्न किए। देवऋषि नारद ने भगवान राम को संबोधित करते हुए कहा था कि हे राम हर प्रकार से सुखी मनुष्य को नवरात्र के व्रत करने चाहिए। कथा में भक्ति, सत्य और धर्म की महिमा के बारे में बताते हुए कहा सच्चे मन से मा की आराधना प्रत्येक मनुष्य को करनी चाहिए। सुबह मां झूमाधूरी मंदिर में आचार्य परमानंद पंत, विनोद पांडेय, दीपक पांडेय, दीपक तिवारी, नरेश गहतोड़ी आदि पुरोहितों ने नवग्रह, गायत्री, महामृत्युंजय, वासुदेव, दुर्गा, भैरव, गणेश, हनुमान के मंत्रों का जाप किया। देर शाम मंदिर में भजन कीर्तनों का आयोजन किया गया। कथा के दौरान शारीरिक दूरी के नियमों का पालन किया जा रहा है। कथा सुनने के लिए ग्राम सभा पाटन पाटनी, राईकोट, चांदमारी, लोहाघाट, सुई, गल्लागांव आदि क्षेत्रों से श्रद्धालु पहुंच रहे है। इस दौरान धन सिंह पाटनी, मोहन पाटनी, प्रकाश बोहरा आदि मौजूद रहे।


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