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मंदिरों में देर रात तक चले भजन-कीर्तन, शारीरिक दूरी के नियमों का हो रहा पालन

शारदीय नवरात्र के चौथे दिन चम्पावत में लोगों द्वारा मां भगवती के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा अर्चना की गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 10:38 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 10:38 PM (IST)
मंदिरों में देर रात तक चले भजन-कीर्तन, शारीरिक दूरी के नियमों का हो रहा पालन
मंदिरों में देर रात तक चले भजन-कीर्तन, शारीरिक दूरी के नियमों का हो रहा पालन

जेएनएन, चम्पावत/लोहाघाट : शारदीय नवरात्र के चौथे दिन मां भगवती के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा-अर्चना की गई। मंदिरों में सुबह से लेकर देर शाम तक श्रद्धालुओं का आना जारी रहा। चौथे दिन चम्पावत, लोहाघाट, पाटी व बाराकोट के कई मंदिरों में दुर्गासप्तसती पाठ का आयोजन किया गया।

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चम्पावत के मां हिगला देवी मंदिर, नागनाथ, गोलज्यू मंदिर, बालेश्वर, डिप्टेश्वर, मानेश्वर, ताड़केश्वर, मल्लाड़ेश्वर आदि मंदिरों में भी सुबह से लेकर शाम तक पूजा-अर्चना का सिलसिला चलता रहा। बाराकोट के मां लड़ीधुरा मंदिर, बर्दाखान के मां वरदायिनी मंदिर समेत सभी देवी मंदिरों में दिन भर पूजा पाठ का सिलसिला चलता रहा। लोहाघाट के ऋषेश्वर महादेव मंदिर, पाटन के मां झूमाधुरी मंदिर, विशुंग के मां कड़ाई देवी मंदिर, सुई के आदित्य महादेव मंदिर, मां भगवती मंदिर, मस्टा मंडाली मंदिर, गलचौड़ा बाबा मंदिरों में भी कोविड के नियमों का पालन कर पूजा-अर्चना हुई। पाटी के प्रसिद्ध मां बाराही मंदिर, मस्टा मंदिर, दिगालीचौड़ के मां अखिल तारिणी मंदिर समेत अन्य मंदिरों में भी दिन पर चहल-पहल रही। लोहाघाट के छमनियां चौड़ स्थिति आइटीबीपी 36 वाहिनी और आवासीय परिसर में भी पूजा पाठ के कार्यक्रम हुए। ======= वन निगम के एमडी ने किए मा पूर्णागिरि धाम के दर्शन

टनकपुर : वन निगम के एमडी मोनिष मलिक ने मंगलवार को परिवार के साथ मा पूर्णागिरि धाम के दर्शन किए। दर्शन के बाद उन्होंने वन निगम के कर्मचारियों की बैठक लेते हुए उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। एमडी ने वन निगम के डिपो का भी निरीक्षण किया। इस बीच अधिकारियों व कर्मचारियों से उन्होंने निगम के कार्यो के बारे में भी जानकारी ली। बुधवार को वे शारदा नदी खनन क्षेत्र का भी जायजा लेंगे। इस अवसर पर निगम के आरएम एमजी गोस्वामी, डीएसएम एमसी जोशी, डीएलम महेश आर्या, खनन प्रभारी हरीश पाल आदि मौजूद रहे।


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