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आजादी के बाद भी गल्लागांव के लोग सड़क सुविधा से वंचित

आजादी के बाद भी चम्पावत के गल्लागांव के लोग आज भी सड़क सुविधा से वंचित है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 11:03 PM (IST)Updated: Sat, 11 Jul 2020 06:12 AM (IST)
आजादी के बाद भी गल्लागांव के लोग सड़क सुविधा से वंचित
आजादी के बाद भी गल्लागांव के लोग सड़क सुविधा से वंचित

लोहाघाट, जेएनएन : इसे सरकार की अनदेखी कहे या फिर जनप्रतिनिधियों की उदासीनता। आजादी के सात दशक बाद भी बाराकोट ब्लॉक की गल्लागांव ग्राम पंचायत सड़क सुविधा से वंचित है। सड़क नहीं होने से ग्रामीण दो किमी खड़ी चढ़ाई पार कर मुख्य सड़क तक पहुंचते हैं। आलम यह कि गांव में कोई बीमार हो जाए या फिर किसी प्रकार की दुर्घटना हो जाए तो मरीजों को डोली के सहारे सड़क तक लाया जाता है। शुक्रवार को गांव की एक बुजुर्ग महिला को स्वास्थ्य खराब होने पर डोली के सहारे लाया गया। सड़क सुविधा न होने से ग्रामीणों में आक्रोश है।

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सड़क न होने का खामियाजा शुक्रवार को 78 वर्षीय बुजुर्ग खीमा देवी को भुगतना पड़ा। अचानक तबियत खराब होने पर ग्रामीण उसे डोली के सहारे सड़क तक लाए, जहां से निजी वाहन में बुजुर्ग को अस्पताल ले जाया गया। ग्रामीणों का कहना है कि गर्भवती महिलाओं, गंभीर रूप से बीमार लोगों को इसी प्रकार डोली के सहारे सड़क तक पहुंचाना ग्रामीणों की नियति बन चुकी है। गांव के युवा प्रदीप सिंह, राहुल सिंह, मनीष सिंह, मोहित सिंह महेंद्र सिंह महेश सिंह ने बताया कि युवा पीढ़ी सरकारी उपेक्षा से तंग आ चुकी है। कई बुजुर्ग सड़क का सपना देखते-देखते स्वर्ग सिधार गए हैं। उन्होंने बताया कि कई बार शासन, प्रशासन यहां तक कि मंत्रियों के सामने एकअदद सड़क की मांग की जा चुकी है लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्राम प्रधान रंजीत सिंह ने बताया कि गल्लागांव ग्राम पंचायत में 85 परिवार निवास करते हैं। 350 की आबादी में 320 वोटर हैं लेकिन जनप्रतिनिधि चुनाव के समय वोट मांगने गांव आते हैं, बाद में मुड़कर नहीं देखते। ========= मसूर और मटर उत्पादन पर पड़ा असर

लोहाघाट : सड़क सुविधा न होने से गल्लागांव में बड़ी मात्रा में पैदा होने वाली मसूर, मटर और साग सब्जी उत्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। बाजार न मिलने से काश्तकारों ने खेती छोड़ दी है। इसके अलावा कई लोग पलायन भी कर चुके हैं। पूर्व प्रधान शंकर सिंह ने बताया कि चार वर्ष पूर्व गलचौड़ा से गल्लागांव तक सड़क काटने का प्रयास किया गया, लेकिन बजट न मिलने के कारण सड़क कटिंग का काम बीच में छोड़ना पड़ा। ========= निरापत्ति प्रमाण पत्र न मिलने से गलचौड़ा से गल्लागांव के लिए प्रस्तावित रोड का निर्माण कार्य बीच में रोकना पड़ा था। निरापत्ति मिलने के बाद सड़क का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

-चंद्रशेखर मुरारी, जेई, लोनिवि लोहाघाट


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