बाल रोग विशेषज्ञ डीएच में, एनबीएसयू लोहाघाट में
चम्पावत जिले के सीएचसी लोहाघाट में नवजात शिशुओं के लिए न्यू बार्न स्टैबिलाइजेशन यूनिट खोली गई लेकिन सीएचसी लोहाघाट में बाल रोग विशेषज्ञ ही नहीं।
जासं, चम्पावत : जिले के सीएचसी लोहाघाट में नवजात शिशुओं के लिए न्यू बार्न स्टैबिलाइजेशन यूनिट (एनबीएसयू) खोली गई थी। लेकिन करीब पांच साल पहले सीएचसी लोहाघाट से बाल रोग विशेषज्ञ का ट्रांसफर होने के बाद एनबीएस यूनिट का उपयोग ही नहीं हुआ। वहीं जिला चिकित्सालय में बाल रोग विशेषज्ञ तो हैं लेकिन एनबीएस यूनिट नहीं है। ऐसे में बाल रोगियों को लाभ नहीं मिल पा रहा है।
केंद्र सरकार ने वर्ष 2015 में देश भर में 1698 एनबीएसयू खोले थे। सीएचसी लोहाघाट व संयुक्त चिकित्सालय टनकपुर में न्यू बॉर्न स्टैबिलाइजेशन यूनिट खोली गई थी। इसके लिए स्टार्फ नर्सो को स्पेशल ट्रेनिंग भी कराई गई। सीएच टनकपुर में बाल रोग विशेषज्ञ होने से एनबीएसयू का उपयोग हो रहा है। लेकिन सीएचसी लोहाघाट से बाल रोग विशेषज्ञ डा. एसएस बिष्ट का करीब चार साल पहले ट्रांसफर होने के बाद से इसका सही से प्रयोग नहीं हो पाया है।
साथ ही बाल रोग विशेषज्ञ न होने से गर्भवती महिलाओं को कई बार परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोहाघाट क्षेत्र के लोग कई सालों से चिकित्सालय में बाल रोग विशेषज्ञ की मांग कर रहे हैं। लेकिन अभी तक भी लोहाघाट को बाल रोग विशेषज्ञ नहीं मिल पाया है। जबकि जिले में सर्वाधिक प्रसव सीएचसी लोहाघाट में ही कराए जाते हैं। वहीं दूसरी ओर जिला चिकित्सालय में बाल रोग विशेषज्ञ हैं लेकिन एनबीएसयू की सुविधा नहीं है।
आइसीयू संचालन को स्टाफ ही नहीं
स्वास्थ्य विभाग ने चम्पावत व लोहाघाट में आइसीयू का निर्माण तो करवा दिया है लेकिन इसके संचालन में स्टाफ की कमी रोड़ा बनी हुई है। विभाग कई बार स्टाफ की तैनाती को लेकर स्वास्थ्य महानिदेशक को लिख चुका है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
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एनबीएसयू केंद्र सरकार द्वारा चिह्नित अस्पतालों में खोली गई थी। यूनिट को शिफ्ट करना संभव नहीं है। लोहाघाट सीएचसी के लिए बाल रोग विशेषज्ञ सहित अन्य डाक्टरों की मांग की गई है।
- डा. आरपी खंडूरी, सीएमओ चम्पावत