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आइटीबीपी के जवानों ने चलाया सफाई अभियान

छमनियां चौड़ स्थित 36वीं वाहिनी के आइटीबीपी जवानों ने मंगलवार को सफाई अभियान चलाया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Nov 2021 10:10 PM (IST)Updated: Tue, 02 Nov 2021 10:10 PM (IST)
आइटीबीपी के जवानों ने चलाया सफाई अभियान
आइटीबीपी के जवानों ने चलाया सफाई अभियान

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : छमनियां चौड़ स्थित 36वीं वाहिनी के आइटीबीपी जवानों ने मंगलवार को सफाई अभियान चलाकर कूडे़ का निस्तारण किया। इस दौरान लोगों को साफ सफाई के प्रति भी जागरूक किया गया। कमाडेंट बसंत कुमार नोगल के दिशा निर्देशन में हिमवीर जवानों ने सुई पऊ के मस्टा मंदिर, गलचौड़ा बाबा मंदिर, आइटीबीपी आवासीय परिसर, रोडवेज, पालीटेक्निक मार्गो में सफाई अभियान चलाकर कूडे़ का निस्तारण किया। सड़क के आसपास रहने वाले लोगों को जागरूक करते हुए कूड़ा खुले में न फेंकने की सलाह दी और स्वच्छता का महत्व बताया। लोगों से अपने घर में ही नहीं वरन आसपास के क्षेत्र में भी साफ-सफाई रखने के लिए प्रेरित किया गया। अभियान में उप सेनानी बरेंद्र सिंह, सहायक सेनानी ज्योति रंजन दास, सूबेदार मेजर अर्जुन सिंह, अनिल सिंह, रमेश राठौर आदि मौजूद रहे। ======

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गंदगी से पटे रामेश्वर घाट पहुंचे स्वजल कर्मियों ने की सफाईपिथौरागढ़: स्वजल कर्मियों ने गंगा उत्सव कार्यक्रम के तहत मंगलवार को रामेश्वर घाट पहुंचकर सफाई अभियान चलाया। सफाई के कोई इंतजाम नहीं होने से घाट में गंदगी का साम्राज्य बना हुआ था। घाट की सफाई से शवदाह के लिए आने वाले लोगों को राहत मिली है।

सरयू और रामगंगा नदी के संगम पर स्थित रामेश्वर घाट में पिथौरागढ़, गंगोलीहाट, बाराकोट, लोहाघाट, पनार आदि क्षेत्रों से लोग शवदाह के लिए पहुंचते हैं। घाट में हर रोज तीन से चार अंतिम संस्कार क्रियाएं होती हैं। नदी तट पर किए जाने वाले शवदाह के बाद कई लोग अधजली लकड़ियां, वस्त्र आदि छोड़ जाते हैं, जिससे घाट में गंदगी की समस्या खड़ी होती है। तीन-तीन जिलों का शवदाह स्थल होने के बावजूद घाट में सफाई व्यवस्था के कोई इंतजाम नहीं हैं। समय-समय पर सामाजिक संगठन सफाई अभियान चलाते हैं। मंगलवार को पिथौरागढ़ के स्वजल कर्मी घाट पहुंचे। कर्मचारियों ने पूरे घाट की सफाई की। घाट में जगह-जगह फैली लकड़ियां, कपड़ों का निस्तारण किया गया। सफाई के बाद कर्मचारियों ने स्थानीय लोगों के साथ बैठक की और लोगों को नमामि गंगे और गंगा उत्सव कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी देते हुए नदियों को प्रदूषण मुक्त बनाने में सहयोग की मांग की।


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