ठंड का सीजन आते ही सर्दी-बुखार के रोगियों की बढ़ी संख्या
ठंड बढ़ते ही मौसमी बीमारियों का प्रकोप शुरू हो गया है। इन दिनों बुखर सर्दी के मरीज इलाज को पहुंच रहे है।
लोहाघाट, जेएनएन : ठंड बढ़ते ही मौसमी बीमारियों का प्रकोप शुरू हो गया है। इन दिनों सीएचसी लोहाघाट में बुखार, सर्दी-जुकाम, खांसी के मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। डाक्टरों के अनुसार कोरोना संक्रमण ठंड में तेजी से फैलता है। इस सीजन में लापरवाही बरती गई तो यह घातक भी हो सकता है।
प्रभारी सीएमएस डा. जुनैद कमर ने बताया कि ठंड के मौसम में सर्दी, जुकाम व बुखार का होना आम बात है, लेकिन कोविड के इस काल में यह काफी अधिक खतरनाक हो सकता है। उनका कहना है कि वायरल फीवर होते ही उसकी जांच कराना जरूरी है। अधिकांश लोग खांसी, जुकाम व बुखार होने पर इलाज के लिए अस्पताल आने के बजाए घर पर ही दवा खा रहे हैं। इससे खतरा बढ़ सकता है। कहा कि हर खांसी बुखार या जुकाम कोरोना संक्रमण नहीं होता लेकिन उसमें कोरोना की संभावना बनी रहती है। कोरोना के आरंभिक स्टेज पर इलाज शुरू हो गया तो इस बीमारी को हराया जा सकता है। उन्होंने ठंड से बचाव करने, उबला हुआ पानी पीने, काढ़े का अधिक से अधिक सेवन करने, घर में व्यायाम, योग आदि करने की अपील की है। पिछले एक सप्ताह से पाटी, बाराकोट समेत अन्य सरकारी एवं निजी अस्पतालों में भी वायरल फीवर के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ========== जिला अस्पताल में भी बढ़ी ओपीडी चम्पावत : जिला अस्पताल में भी पिछले एक सप्ताह से वायरल फीवर के रोगियों की संख्या बढ़ने लगी है। अस्पताल की ओपीडी में इन इन दिनों अक्टूबर अंतिम पखवाड़े की तुलना में उछाल आया है। अक्टूबर के आखिरी सप्ताह तक औसतन 60 से 90 तक ओपीडी दर्ज की जा रही थी, जो अब बढ़कर 120 हो गई है। सीएचसी लोहाघाट में भी इन दिनों ओपीडी बढ़कर 130 से 140 तक पहुंच गई है। टनकपुर से सीएमएस डा. एचएस ह्यांकी ने बताया कि टनकपुर चिकित्सालय में भी अक्टूबर माह की तुलना में ओपीडी बढ़ी है। अधिकांश रोगी बुखार, खांसी, सिर दर्द, पेट दर्द के आ रहे हैं।