मां के जयकारों के साथ देवीधार का पांच दिवसीय मेला संपन्न
लोहाघाट चम्पावत के प्रसिद्ध देवीधार मंदिर में आयोजित पाच दिवसीय देवीधार मेला पूजा-अर्चना के साथ संपन्न हुआ।
लोहाघाट, जेनएन : क्षेत्र के प्रसिद्ध देवीधार मंदिर में आयोजित पाच दिवसीय देवीधार मेला पूजा-अर्चना के साथ संपन्न हो गया है। अंतिम दिन रविवार को क्षेत्र के तीन गांवों से मां के प्रतीकात्मक डोले मंदिर लाए गए। इस दौरान गनगभेदी जयकारे से वातावरण भक्तिमय हो गया।
मंदिर में सबसे पहले कलीगांव के देव डांगर पहुंचे। कुछ समय के अंतराल में राय नगर चौड़ी और अंत में डेंसली गांव के देव डांगर मां के प्रतीकात्मक डोले को लेकर मंदिर पहुंचे। इस बार कोरोना संक्रमण काल को देखते हुए मेले का स्वरूप काफी छोटा कर दिया गया था। देव डांगर मां की मूर्ति को टोकरी में विराजमान कर मंदिर लाए। जबकि पिछले वर्षो तक हजारों श्रद्धालुओं के बीच मां के डोले रस्सों के सहारे मंदिर लाए जाते थे। कलीगांव के भगवती के देव डागर संजय पुजारी, महाकाली के देव डांगर अतुल पुजारी, कलावती, रायनगर चौड़ी से भगवती के देव डांगर हरीश कापड़ी, राधिका देवी तथा डेंसली गांव से भगवती के देव डांगर नारायण ंिसंह बिष्ट, रतन सिंह सिंह प्रतीकात्मक डोले को पूरी पवित्रता के साथ मंदिर लाए। डोलों के मंदिर पहुंचते ही मां के जयकारों के साथ वातावरण आध्यात्मिक रंग में सराबोर हो गया। देव डांगरों के शरीर में प्रकट हुए देवी देवताओं ने श्रद्धालुओं का आशीर्वाद दिया। इससे पूर्व पंडित उमेश पुनेठा ने विधि विधान से मंदिर में पूजा अर्चना संपन्न कराई। मंदिर समिति के अध्यक्ष जीवन मेहता ने बताया कि पांच दिनों तक चले मेले में लॉकडाउन के नियमों का पूरी तरह पालन किया गया। उन्होंने मेले के सफल संचालन के लिए सभी का आभार जताया। मंदिर समिति के संरक्षक पीएस मेहता ने मंदिर पहुंचे लोगों को कोविड-19 के प्रति जागरूक किया। शेर सिंह,भूपेश राय, प्रकाश राय, जगदीश मंगोला, जीतेंद्र राय, मोहित राय, दीपक मेहता, सुभाष मंगोला, रिकू मंगोला, आंनद पुजारी सहित डेंसली, रायनगर चौड़ी, कलीगांव के युवाओं ने पहले दिन से अंत तक मेले के संचालन में सहयोग किया।