दो दिन से सुलग रहे राइकोट और पाटन पाटनी के जंगल
चम्पावत जिले में वनों में आग लगने का सिलसिला थम नहीं रहा है।
जागरण टीम, चम्पावत/लोहाघाट: वनों में आग लगने का सिलसिला थम नहीं रहा है। जंगलों से उठ रहे धुएं के कारण वातावरण में चारों तरफ धुंध फैली हुई है। जिससे लोगों को सास लेने में भी दिक्कत हो रही है। इधर जंगलों की आग वन्य जीवों पर भी भारी पड़ने लगी है। जानवर जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे हैं। रविवार की देर शाम सुई के छमनियां में आबादी से लगे आरक्षित वन क्षेत्र में करीब 12 काकड़ और खरगोश भागते हुए देखे गए।
नगर से लगी ग्राम सभा पाटन पाटन के मां झुमाधूरी व ग्राम सभा राइकोट के शंखपाल के जंगलों में लगातार दो दिनों से आग लगी हुई है। झूमाधुरी का जंगल सोमवार की सुबह तक जलता रहा। वनाग्नि से जंगलों में बांज, बुराश, फल्याठ, चीड़, देवदार आदि के छोटे पौधे जलकर राख हो गए हैं। झूमाधुरी के जंगलों में लगी अब 36 वीं वाहिनी आइटीबीपी जवानों के आवासीय परिसर की ओर बढ़ने लगी है। इस घटना के बाद जवानों को सचेत कर दिया गया है। झूमाधुरी के निचले हिस्से में पाटन और सुई पऊ की ओर अधिकांश क्षेत्र में चीड़ का जंगल होने से लगातार पिरूल गिर रही है, जिससे यहां बार-बार आग लगने की घटनाएं हो रही हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से जंगल में गिर रहे पिरुल का निस्तारण करने की मांग की है। ग्रामीण जगत प्रकाश, दीप चंद्र, दीपक तलनियां, नवीन सिंह आदि ने बताया कि रविवार की शाम उन्होंने कई काकड़ और खरगोशों को बाराकोट रोड किनारे गलचौड़ा के आस-पास भागते हुए देखा। इधर चम्पावत, पाटी एवं बाराकोट के जंगलों में भी आग लगने का सिलसिला जारी है। देवीधुरा रेंज के कई जंगलों में सोमवार को भी आग लगी। ========== बस्तिया से लगे जंगल में लगी आग टनकपुर : गर्मी का मौसम शुरू होते ही मैदानी क्षेत्र के जंगलों में भी आग लगने का सिलसिला शुरू हो गया है। रविवार की रात 10 बजे बूम रेंज के बस्तिया गाव से लगे औषधीय पादप संरक्षण क्षेत्र में एकाएक आग लग गई। जिसकी सूचना अग्निशमन विभाग को दी गई। घटना की सूचना मिलने पर प्रभारी अग्निशमन अधिकारी श्याम बहादुर थापा के नेतृत्व में फायर यूनिट की टीम घटना स्थल पर पहुंची। वन विभाग की टीम के साथ उन्होंने जंगल में लगी आग बुझाई। टीम में प्रकाश चन्द्र पाडेय, श्याम सिंह, जसवंत राणा, मुकेश कुमार, रवि सिंह, अजय मटियाल, वन विभाग से वन क्षेत्राधिकारी गणेश धर्म शत्रु, वन उप निरीक्षक निर्मल खुल्वे, वाचर योगेश जोशी, डुंगर सिंह, चंदन सिंह आदि शामिल रहे।