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क्रिटिकल केयर ब्लाक की कवायद शुरू, डीएम ने भूमि का लिया जायजा

क्रिटिकल केयर ब्लॉक की कवायद शुरू डीएम ने भूमि का लिया जायजा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 02 Jul 2022 08:27 PM (IST)Updated: Sat, 02 Jul 2022 08:27 PM (IST)
क्रिटिकल केयर ब्लाक की कवायद शुरू, डीएम ने भूमि का लिया जायजा
क्रिटिकल केयर ब्लाक की कवायद शुरू, डीएम ने भूमि का लिया जायजा

क्रिटिकल केयर ब्लाक की कवायद शुरू, डीएम ने भूमि का लिया जायजा

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जागरण संवाददाता, चम्पावत : जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार सुधार किया जा रहा है। इसी क्रम में जिला मुख्यालय में क्रिटिकल केयर ब्लाक का निर्माण किए जाने की कवायद शुरू हो गई है। सरकार से स्वीकृति मिलने के बाद शनिवार को डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने क्रिटिकल केयर सेंटर के लिए जिला चिकित्सालय के पीछे चिह्नित भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी चम्पावत डा केके अग्रवाल ने बताया कि जिला चिकित्सालय के समीप 1550 वर्ग मीटर भूमि को चिह्नित कर लिया गया है। जिसका प्रस्ताव तैयार का शासन को भेज दिया गया है। निरीक्षण के दौरान डीएम ने कहा कि मुख्य सड़क मार्ग से क्रिटिकल केयर ब्लाक तक चौड़ी सड़क बनाए जाने के साथ ही क्रिटीकल केयर ब्लाक व जिला चिकित्सालय भवन का आपसी संपर्क हो सके। इसका प्रस्ताव में इसमें शामिल किया गया है। ताकि भविष्य में मरीज व चिकित्सक को सेन्टर तक आने व ले जाने में किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो। वहीं डीएम ने तहसील कार्यालय भवन बनाने के लिए ब्लाक कार्यालय के समीप चिह्नित भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया। डीएम ने भूमि का निरीक्षण कर एसडीएम सदर को शीघ्र ही चयनित भूमि का सीमांकन कर राजस्व परिषद व शासन के मानकों के अनुरूप प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। ताकि प्रस्ताव शासन को भेजा जा सके और तहसील भवन का निर्माण शीघ्रता से हो सके। निरीक्षण के दौरान सीएमओ डा केके अग्रवाल, एसडीएम सदर अनिल कुमार चन्याल, अपर मुख्यचिकित्सा अधिकारी इंद्रजीत पांडेय, राजस्व उपनिरीक्षक आदि मौजूद रहे।

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सूचना मिलने में हुई देरी तो बीएसएनएल होगा जिम्मेदार

जासं, चम्पावत : बार-बार कहने के बाद भी शेडो एरिया में बीएसएनएल सेवा सुचारू न होने पर डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने बीएसएनएल के अधिकारियों को चेतावनी दी है कि आपदा के समय अगर दूर संचार सेवाओं की वजह से सूचनाएं यदि प्राप्त नहीं होती या आपदा से मानव क्षति या अन्य किसी भी प्रकार की क्षति प्रकाश में आती हैं, तो उस दशा में बीएसएनएल के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों के विभिन्न विरुद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत विधिक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

डीएम ने बताया कि बीएसएनएल के मोबाइल टावरों यथा खेतीखान, देवीधुरा, सुयालखर्क, पुल्ला, चौड़ाकोट, रीठा, दिगालीचौड़, मानेश्वर, तामली आदि स्थानों पर विद्युत आपूर्ति बाधित होने की दशा में जनपद के कई दूरस्थ क्षेत्र दूरसंचार सुविधा से पूर्ण रूप से बाधित हो जाते हैं। इन क्षेत्रों से आपदा संबंधी सूचनाओं का आदान प्रदान नहीं हो पाता हैं। उन्होंने कहा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण तथा जिला दूरसंचार समिति की बैठकों में भी जनपद में बीएसएनएल के प्रतिनिधियों तथा उप महाप्रबंधक, अल्मोड़ा को कई बार सुविधाओं के सुधारने के लिए निर्देशित किया गया, परंतु वर्तमान तक बीएसएनएल की सेवाओं में किसी प्रकार का भी सुधार नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मानसून प्रारंभ हो चुका है तथा समय-समय पर भारत मौसम विभाग द्वारा भारी वर्षा की चेतावनी भी जनपद को प्राप्त हो रही है। इस दशा में आपदा के दौरान किसी भी क्षेत्र से दूरसंचार सेवाओं के कारण आपदा संबंधित सूचनाओं में दिक्कत होती है तो बीएसएनएल के अधिकारी जिम्मेदार होंगे। उन्होंने महाप्रबंधक भारत संचार निगम लिमिटेड, नैनीताल को जनपद चम्पावत के संचार विहीन क्षेत्रो में यथाशीघ्र बीएसएनएल की मोबाइल सुविधाएं सुचारू किए जाने के निर्देश दिए।


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