देवडांगरों ने स्नान के बाद नागार्जुन मंदिर में की पूजा
नेपाल सीमा से लगे नगरुघाट में दो दिवसीय नगरूघाट मेले का समापन हो गया है।
संवाद सहयोगी, लोहाघाट : नेपाल सीमा से लगे नगरुघाट में दो दिवसीय नगरूघाट मेले का समापन हो गया है। देव डांगरों ने कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर भोर का स्नान कर नागार्जुन मंदिर में पूजा-अर्चना की।
विवार की रात को सल्टा, बगौटी व जमरसों गावों के देवरथों ने मंदिर पहुंच कर परिक्रमा पूरी की। रथों के पीछे श्रद्धालु जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। महिलाएं पारंपरिक मंगल गीतों का गायन कर रही थी। ग्रामीण क्षेत्रों से पहुंची भजन मंडली की टीमों ने रात भर मंदिर में भजन-कीर्तन का आयोजन किया। रात्रि जागरण के उपरांत धूनी व मंदिर की परिक्रमा के बाद सोमवार सुबह चार बजे महाकाली नदी में देव डांगरों ने भोर का स्नान कर नागार्जुन मंदिर में देव गद्दी लगाई गई और फरियादियों के दुखों का निवारण किया। देव डांगरों ने अवतरित होकर क्षेत्र की खुशहाली के साथ विश्व से कोरोना के खात्मे की कामना की।
सुरक्षा को लेकर पंचेश्वर कोतवाली के प्रभारी कोतवाल अनुराग सिंह के नेतृत्व में पुलिस के जवान तैनात रहे। मेला समिति अध्यक्ष जगदीश कलौनी ने सभी सहयोगियों का आभार जताया। इस दौरान सतीश पांडेय, खष्टीबल्लभ पांडेय, चंद्रकांत तिवारी, विक्रम सिंह सामंत ,रमेश चंद, गणेश बोहरा, गंगादत्त पांडेय, प्रेम सिंह, शंकर राम, बहादुर चंद, पुष्कर चंद, दीप पाडेय, मोहन चंद, प्रकाश पांडेय, मोहन चंद्र पाडेय, रमेश चंद्र, त्रिलोक चंद आदि मौजूद रहे।
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कार्तिक पूर्णिमा पर्व घरों में हुई पूजा अर्चना
लोहाघाट: कार्तिक पूर्णिमा पर्व पर लोगों ने मंदिरों में पूजा अर्चना कर खुशहाली की कामना की। पंचेश्वर, सरयू व रामगंगा, ऋषेश्वर महादेव मंदिर स्थित लोहावती संगम पर क्षेत्र के विभिन्न स्थानों से पहुंचे देव डांगरों व श्रद्धालुओं ने भोर का स्नान किया। पंडितों ने घरों व देवालयों में पूजा अर्चना संपन्न कराई। क्षेत्र के मंदिरों में भक्तिमय वातावरण का माहौल रहा।