तो जून माह तक पूरा हो जाएगा कोलीढेक झील का निर्माण कार्य
लोहावती नदी को बाध कर बनाई जा रही बहुउद्देशीय कोलीढेक झील का निर्माण जून माह तक पूरा हो जाएगा।
चम्पावत, जेएनएन : लोहावती नदी को बाध कर बनाई जा रही बहुउद्देशीय कोलीढेक झील का निर्माण कार्य अगले वर्ष जून माह तक पूरा कर लिया जाएगा। झील निर्माण का कार्य इन दिनों युद्ध स्तर पर चल रहा है। 9.85 करोड़ रुपये के सापेक्ष कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग को राज्य सरकार निर्माण कार्य के लिए पहले ही पांच करोड़ रुपये की धनराशि अवमुक्त कर चुकी है। विभाग ने अगले वर्ष जून माह तक झील निर्माण कार्य पूरा करने का दावा किया है।
सिंचाई खंड के ईई सुरेश चंद्र ने बताया झील का पुनरीक्षित आगणन 30.45 करोड़ रुपया हो चुका है। इसका कारण झील निर्माण कार्य विलंब से शुरू होना है। विभाग को पहले के आगणन के अनुरूप पांच करोड़ रुपये की राशि मिल चुकी है। उन्होंने बताया कि इस नए आगणन के अनुसार आठ करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में तथा डेढ़ करोड़ रुपये वन विभाग को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि झील का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। अगले वर्ष मई तक निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि झील निर्माण के साथ विभाग ने सैलानीगोठ में 24 करोड़ एवं खेतखेड़ा में 22 करोड़ रुपये लागत से शारदा नदी के दाहिनी ओर बाढ़ नियंत्रण के कार्य प्रस्तावित किए हैं। इन कार्यो को गंगा फ्लड कंट्रोल कमीशन जीएफसीसी पटना से स्वीकृति मिलने के बाद शुरू किया जाएगा। इसके अलावा 3.65 करोड़ रुपये तथा बौतड़ी में 1.95 करोड़ रुपये लागत से लधिया नदी एवं सरयू नदी में बाढ़ सुरक्षा के कार्य किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार चम्पावत की गौड़ी नदी के संरक्षण के लिए पौने पांच करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पलायन एवं जल स्रोत सूखने के कारण सिंचाई खंड की लगभग चालीस फीसद सिंचाई नहरें बंद हो चुकी हैं। शेष नहरें चालू हालत में हैं।