आइसीयू वार्डो में डाक्टरों की तैनाती न होने पर भड़के कांग्रेसी
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आइसीयू वार्डो में स्टाफ की तैनाती न होने के खिलाफ कांग्रेसी भड़क उठे।
संवाद सहयोगी, चम्पावत : कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला अस्पताल समेत सीएचसी लोहाघाट एवं संयुक्त चिकित्सालय टनकपुर में बने आइसीयू वार्डो में नर्सिग स्टाफ व डाक्टरों की तैनाती न होने पर आक्रोश जताते हुए सरकार के खिलाफ धरना देकर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि आइसीयू वार्डो में शीघ्र डाक्टरों की तैनाती नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा।
रविवार को यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष सूरज प्रहरी के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सरकार पर राज्य की चिकित्सा व्यवस्था को बे-पटरी करने का आरोप लगाया। कहा कि जिला चिकित्सालय चम्पावत, टनकपुर एवं लोहाघाट में आइसीयू वार्ड तो बना दिया गया लेकिन नर्सिग स्टाफ एवं डाक्टरों की तैनाती न होने से उनका लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा है। कहा कि जिस तरह ब्लैक फंगस बीमारी तेजी से पाव फैला रहा है। राज्य सरकार उस हिसाब से कोई व्यवस्था नहीं कर पा रही है। उन्होंने जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार न लाने पर सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला महामंत्री विकास साह एवं संचालन युंका जिला महामंत्री रोहित बिष्ट ने किया। धरना प्रदर्शन में पप्पू खर्कवाल, मयूख चौधरी, तरूण वर्मा, गिरीश पटवा, प्रकाश पांडेय, युधिष्ठिर गड़कोटी, कमल बिष्ट, सुनील कुमार, मुन्ना लाल आदि शामिल रहे। ======== सीमांत जिले से उठी रानीबाग एचएमटी परिसर में एम्स खोलने की मांग
पिथौरागढ़: रानीबाग (हल्द्वानी) स्थित एचएमटी परिसर में एम्स स्थापना की मांग ने सीमांत जिले में भी जोर पकड़ लिया है। राज्य आंदोलनकारियों सहित तमाम राजनैतिक, सामाजिक संगठनों ने इस दिशा में शीघ्र पहल किए जाने की मांग की है।
राज्य आंदोलनकारी गोपू महर ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजे ज्ञापन में कहा है कि एम्स की स्थापना के लिए एचएमटी परिसर में पर्याप्त स्थान उपलब्ध है। इस परिसर की 70 प्रतिशत भूमि वन भूमि है, जिसकी स्वीकृति में कोई अड़चन नहीं है। गढ़वाल में एम्स की स्थापना हो चुकी है, कुमाऊं में एम्स खोला जाना है। इसके लिए एचएमटी परिसर उपयुक्त है। उन्होंने कहा कि कुमाऊं में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किए जाने की जरू रत है। वर्तमान में पूरा भार एसटीएच पर है, जहां सुविधाओं की कमी के चलते मरीजों को निजी अस्पतालों का रू ख करना पड़ता है। ज्ञापन में कहा गया है कि वर्तमान समय को देखते हुए इसमें विलंब किए जाना उचित नहीं है। अविलंब एम्स का प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा जाए ताकि कुमाऊं के लोगों को बेहतर स्वास्थ सुविधाएं मिल सके।