चम्पावत के चारों विकास खंडों में लगेगी काम्पेक्टर मशीनें
संवाद सहयोगी, चम्पावत : जिले के चारों विकास खंडों में प्लास्टिक उन्मूलन के लिए 52 लाख 54 हजार रुपये की लागत से काम्पेक्टर मशीनें लगाई जाएंगी। स्वजल एवं पंचायती राज विभागों द्वारा इन मशीनों को क्रय किया जाएगा। मशीन लगाने के लिए जमीन का चयन पहले ही कर लिया गया है।
जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी के निर्देश के बाद जिला जल एवं स्वच्छता समिति एवं जल जीवन मिशन ने इस दिशा में तेजी से कार्य शुरू कर दिया है। गत दिनों हुई बैठक में काम्पेक्टर मशीनें लगाने के प्रस्ताव का अनुमोदन हो चुका है। इसके अलावा 84 गांवों में ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन के कार्य भी किए जाएंगे। जिले के विभिन्न 60 स्थानों में सामुदायिक स्वच्छता शौचालयों का भी निर्माण किया जाएगा। जिलाधिकारी ने शौचालयों का निर्माण विद्यालयों के निकट या सार्वजनिक स्थानो में करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कार्यदायी संस्था जल संस्थान तथा पेयजल निगम के अधिकारियों को वर्तमान वित्तीय वर्ष के अंत तक प्रत्येक घर को नल से पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। कहा कि जिन योजनाओं में अभी तक टेंडर अथवा बांड की कार्यवाही पूरी नहीं हुई है उसे जून के अंत तक पूरा कर कार्य प्रारंभ कर दें। जल जीवन मिशन के नोडल अधिकारी अधिशासी अभियंता जल संस्थान बिलाल यूनुस ने बताया कि जिले में कुल 655 राजस्व गांवों के 45,947 घरों को जल संयोजन देने का लक्ष्य है। वर्तमान तक 33,725 घरों को कुल 74 प्रतिशत जल संयोजन दिए जा चुके हैं। जल निगम के अधिकारियों ने बताया कि जिले में जेजेएम के अंतर्गत पांच बड़ी पेयजल योजना का निर्माण किया जा रहा है। पांचों योजनाएं दो से पांच करोड़ रुपये की लागत से निर्मित की जाएंगी। इन योजनाओं में कलीगांव, छंदा, बाराकोट दिगालीचौड़, देवीधुरा शामिल हैं। जल संस्थान के ईई ने बताया कि संबंधित विभागीय अधिकारियों को जल स्रोतों के पानी की शुद्धता की जांच कराने को कहा गया है।