मडलक के भगवती मंदिर में समिति के लोगों ने चलाया सफाई अभियान
कोविड के कारण कई धार्मिक आयोजनों को रद कर दिया गया है लेकिन समिति ने भगवती मंदिर में स्वच्छता अभियान चलाया।
लोहाघाट, जेएनएन : कोविड के कारण इस बार भले ही मडलक में 16 नवंबर को होने वाला मा वैष्णवी मेला स्थगित कर दिया गया है, लेकिन मंदिर में पूजा अर्चना का सिलसिला बदस्तूर जारी रहेगा। रविवार को समिति के लोगों ने मां भगवती मंदिर में सफाई अभियान चलाकर कूड़ा निस्तारण किया। समिति के अध्यक्ष पवन कुमार जोशी ने बताया कि भैया दूज के दिन ग्राम पंचायत बगौटी मजपीपल, गुरेली, सैलपैडू, सेल्ला से वैष्णवी मंदिर आने वाले जत्थों को भी स्थगित किया गया है। सोमवार को मंदिर में शारीरिक दूरी के नियमों को पालन कर पूजा-अर्चना की जाएगी। पंडित धर्मानंद पांडेय पूजा अर्चना करवाएंगे। इस दौरान ग्राम प्रधान भुवन चंद्र भट्ट, शकर दत्त पाडेय, देव सिंह धौनी, धर्मानंद पाडेय, संतोक सिंह रावत, कमला कात, आनंद बल्लभ जोशी, हरीश चंद्र, महेंद्र सिंह, बद्री सिंह, निलाप सिंह, पूरन पंत, हरी सिंह, पूरन चंद्र लोहनी, भीम पंत, गणेश सिंह आदि मौजूद रहे।
========= वैद्यनाथ मेले में निकलेगी शिव-पार्वती और गणेश की झांकी लोहाघाट : पाटी ब्लाक के लधियाघाटी क्षेत्र के ग्राम पंचायत खरही में आगामी 29 नवंबर को आयोजित होने वाले वैद्यनाथ मेले को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। निर्णय लिया गया कि मेला गत वर्षो की भांति ही आयोजित किया जाएगा। 29 नवंबर को भगवान शिव का पूजन कर खरही के नाखुडा से शिव, पार्वती, गणेश की झांकी निकाली जाएगी। मल्ली खरही में रात्रि जागरण और पूजा अर्चना के पश्चात मल्ली खरहीं से शिव-पार्वती और गणेश का देव डोला मध्य रात्रि में लगभग 15 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई और घने जंगल से होते हुए 30 नवंबर को सूर्योदय के साथ लधौनधूरा शिव मंदिर पहुंचेगा। जहां सूर्योदय की पहली किरण साथ साथ मंदिर परिक्रमा कर शिव शक्ति का पूजन किया जाएगा। उसके बाद शिव,पार्वती और गणेश का डोला खरहीं के ईजर गाव के लिए वापस लाया जाएगा। मंदिर के पुजारी की बारी बदली जाएगी। एक वर्ष तक पुजारी बाला दत्त शर्मा शिव डोले की नित्य पूजा पाठ करेंगे। शुभारंभ खरही की ग्राम प्रधान सुनीता बोहरा द्वारा किया जाएगा। मान्यता है कि लधौनधुरा शिव मंदिर में संतान प्राप्ति के लिए महिलाएं रात्रि में अखंड ध्यान करती हैं और उन्हें संतान प्राप्ति की मनोकामना पूरी होती हैं। इस मेले में लधियाघाटी और पालबिलौन क्षेत्र की बिरगुल, गोली, चौड़ाख्याली, सीम, बुंगाख्याली, जाजर, उफेड़ा ख्याली, महर पिनाना, खरही,तलाड़ी,बालातड़ी, भिंगराड़ा,सकदेना, टाकबल्वाड़ी, वैला, दयोकुड़ा, पचनई, ईजर,बैजगाव,नाखुड़ा, तल्ली खटोली, वैला,मल्ली खटोली, नंदोला, बुड़ाखेत, रीठासाहिब, ओखलढुंगा, मिरतोला, पाली, घुरचुम आदि ग्राम पंचायतों के लोग मौजूद रहे।