लोहाघाट, जेएनएन : ग्राम सभा पाटन पाटनी के मां झूमाधुरी मंदिर में 11 दिवसीय श्रीमद्देवी भागवत कथा मंगलवार को सातवें दिन भी जारी रही। दोपहर बाद कथा के दौरान कथा वाचक बाबा आदित्य दास ने प्रवचन करते हुए कहा रुक्मिणी के भाई रुक्मि ने उनका विवाह शिशुपाल के साथ तय किया था, लेकिन रुक्मिणी ने संकल्प लिया था कि वह शिशुपाल को नहीं केवल गोपाल को पति के रूप में वरण करेंगी। उन्होंने कहा कि शिशुपाल असत्य मार्गी है और द्वारकाधीश भगवान श्री कृष्ण सत्यमार्गी इसलिए मैं असत्य को नहीं सत्य को अपनाऊंगी। सुबह मां झूमाधुरी मंदिर में आचार्य परमानंद पंत, विनोद पांडेय, दीपक पांडेय, दीपक तिवारी, नरेश गहतोड़ी आदि पुरोहितों ने नवग्रह, गायत्री, महामृत्युंजय, वासुदेव, दुर्गा, भैरव, गणेश, हनुमान के मंत्रों का जाप किया। देर शाम ग्राम सभा पाटन पाटनी की भजन मंडली से मंदिर में एक से बढ़कर एक भजनों की प्रस्तुत देकर भक्ति के रस में डूबो दिया। कथा के दौरान शारीरिक दूरी के नियमों का पालन किया जा रहा है। कथा सुनने के लिए ग्राम सभा पाटन पाटनी, राईकोट, चांदमारी, लोहाघाट, सुई, गल्लागांव आदि क्षेत्रों से श्रद्धालु पहुंच रहे है। इस दौरान धन सिंह पाटनी, मोहन पाटनी, प्रकाश बोहरा आदि मौजूद रहे। ========== कैलाश मानसरोवर मुक्ति यज्ञ शुरू करेगा भारत-तिब्बत मैत्री संघ चम्पावत : भारत-तिब्बत मैत्री संघ आगामी दिनों में पूरे भारत में कैलाश मानसरोवर मुक्ति यज्ञ शुरू करेगा। इसका शुभारंभ पिथौरागढ़ जिले के स्वामीनारायण आश्रम धारचूला, जोशीमठ चमोली तथा भैरवघाटी गंगोत्री उत्तरकाशी से किया जाएगा। यह जानकारी संघ के देहरादून संयोजक रामचंद्र उपाध्याय ने दी है। उन्होंने बताया कि अभियान में चम्पावत जिले के प्रसिद्ध गुरु गोरखनाथ धाम व मां पूर्णागिरि धाम को भी शामिल किया जाएगा।
बताया कि अभियान के दूसरे चरण में शिवभक्त देश के 12 ज्योर्तिलिंग में अखण्ड यज्ञ प्रारम्भ करेंगे तथा तीसरे चरण में सभी 52 शक्तिपीठों से मुक्तियज्ञ प्रारंभ होगा। चौथे चरण में गुरु गोरखनाथ के समस्त मठों व सिद्धपीठों से मुक्तियज्ञ प्रारम्भ होगा। इनमें चम्पावत के मंच तामली स्थित गुरु गोरखनाथ धाम और देवी शक्तिपीठों में शामिल टनकपुर का मां पूर्णागिरि धाम भी शामिल है। उन्होंने बताया कि पाचवें व अंतिम चरण में सम्पूर्ण भारतीय उपमहाद्वीप में कैलाश मानसरोवर मुक्ति यज्ञ प्रारम्भ कर दिया जाएगा। समस्त यज्ञ कैलाश मानसरोवर की मुक्ति एवम तिब्बत की आजादी तक चलते रहेंगे। उन्होंने बताया कि शीघ्र मुक्ति यज्ञ आंदोलन की तिथि घोषित कर दी जाएगी। उन्होंने बताया कि चम्पावत जिले के लोगों को भी इस अभियान में भागीदार बनाया जाएगा। शीघ्र जिला मुख्यालय और मैदानी क्षेत्र टनकपुर में बैठक कर यहां की रूपरेखा तय की जाएगी।
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