चालक-परिचालकों की मनमानी, यात्रियों की बढ़ी परेशानी
संवाद सहयोगी, टनकपुर : उत्तराखंड परिवहन निगम के चालक परिचालकों की मनमानी के चलते यात्रियो
संवाद सहयोगी, टनकपुर : उत्तराखंड परिवहन निगम के चालक परिचालकों की मनमानी के चलते यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कभी चालक यात्रियों को बीच रास्ते में छोड़ कर चले जाते हैं तो कभी होटल में खाना खाते छोड़ जाते हैं। अधिकारियों को फोन करो तो फोन नहीं उठते अगर धोखे से फोन उठ गया तो उस शिकायत का उन पर कोई फर्क नहीं पड़ता।
उत्तराखंड परिवहन निगम के टनकपुर रीजन में टनकपुर, लोहाघाट व पिथौरागढ़ डिपो संचालित हैं। जिसमें करीब दो सौं से अधिक बसें संचालित है। मगर बसों को संचालित करने वाले चालक परिचालक की मनमानी से यात्रियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। बीते दो माह में ऐसे कई मामले सामने आएं। निगम की बसों में इन दिनों जहरखुरानी की घटनाएं काफी बढ़ती जा रही है। बसों के चालक परिचालक अपने बचाव के चक्कर में जहरखुरानी के शिकार हुए यात्रियों को बीच मार्ग में छोड़कर ही चलते बनते है। दो दिन पूर्व बनबसा में भी ऐसा मामला सामने आया है। जहां चालक ने अपनी कमाई के चलते नेपाली यात्रियों को चकरपुर के जंगल में उतारने का प्रयास किया। जहां चालक ने पहले से ही संपर्क कर वहां पर मैजिक बुला ली थी। जब नेपाली यात्रियों से उतरने से मना कर दिया तो वह बस को बस अड्डे पर ले आया। करीब एक माह पूर्व टनकपुर डिपो की एसी बस में एक परिचालक ने एक यात्री के साथ अभद्रता कर काशीपुर में उसे गुंडे बुलाकर खूब पिटवाया और उसके साथ लूटपाट भी की। एक पखवाडे़ पूर्व चम्पावत में धारचूला जा रही बस चालक यात्रियों को होटल में खाना खाते छोड़कर भाग गया। जिसकी शिकायत भी उच्चाधिकारियों से की गई लेकिन विभाग के अधिकारियों ने मौन साध लिया। चालक नशे का सेवन कर बस चलाकर यात्रियों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। ========== चालक-परिचालकों को पूर्व में ही निर्देशित किया गया है कि वह बस में संदिग्ध लोगों के बैठने पर उन पर पैनी नजर रखकर इसकी सूचना पुलिस को दें। यदि जहरखुरानी गिरोह के शिकार हुए यात्रियों को बीच मार्ग में ही उतार दिया जाता है तो बस चालक व परिचालक के खिलाफ कठोर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
- केएस राणा, एआरएम टनकपुर