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कर्मचारियों के अभाव में शो-पीस बना टनकपुर का साहसिक पर्यटन केंद्र

साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टनकपुर में बना साहसिक पर्यटन केंद्र कर्मियों के अभाव में शो पीस बन गया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 06:21 AM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 06:21 AM (IST)
कर्मचारियों के अभाव में शो-पीस बना टनकपुर का साहसिक पर्यटन केंद्र
कर्मचारियों के अभाव में शो-पीस बना टनकपुर का साहसिक पर्यटन केंद्र

टनकपुर, दीपक सिंह धामी : साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टनकपुर में बना साहसिक पर्यटन केंद्र शो-पीस बनकर रह गया है। कर्मचारियों की नियुक्ति न होने के कारण केंद्र में लटका ताला शासन व प्रशासन की लापरवाही की पोल खोल रहा है। भवन को हैंडओवर हुए दो साल का समय व्यतीत हो गया है, लेकिन केंद्र से किसी प्रकार की गतिविधियां संचालित नहीं हो रही हैं। बदहाली का आलम यह है कि केंद्र में रखा लाखों रुपये का सामान भी जंग खा रहा है।

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जून 2015 में नायकगोठ के समीप साहसिक पर्यटन केंद्र का निर्माण कार्य शुरू हुआ। शुरूआती चरण में शासन ने भवन निर्माण के लिए 55 लाख की धनराशि स्वीकृत की थी। बनते-बनते इसकी लागत 88.94 लाख तक पहुंच गई। मार्च 2017 में भवन बनने के बाद उसे पर्यटन विभाग ने अपने अधीन ले लिया। केंद्र बनने के बाद यहां साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जरूरी सामग्री भी पहुंच गई, लेकिन कर्मचारियों की तैनाती नहीं हो पाई। जिला पर्यटन अधिकारी लता बिष्ट ने बताया कि केंद्र में कर्मचारियों की तैनाती केलिए कई बार प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जा चुका है लेकिन अभी तक शासन से कोई जवाब नहीं मिला है। जिस कारण साहसिक गतिविधियों के संचालन में दिक्कत हो रही है। उन्होंने बताया कि भवन में स्टोर कक्ष, उपकरणों के लिए अतिरिक्त कक्ष, प्रबंधक कक्ष, एक हॉल, प्रशिक्षण हाल आदि बनाया गया है। फिलहाल पर्यटन विभाग के माध्यम से रिवर राफ्टिंग व राक क्लाइबिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कर्मचारियों और ट्रेनरों की नियुक्ति होने के बाद यहां से पर्वतारोहण, ट्रैकिंग, स्नोस्कीइंग, कैंपिंग, पैराग्लाइडिंग, माउंटेन बाइकिंग, पैरासिलिंग आदि खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में आने वाले पर्यटकों को भी इन खेलों से जोड़ा जाएगा। ======= केंद्र का संचालन न होने से युवाओं में आक्रोश

टनकपुर : साहसिक पर्यटन केंद्र का संचालन न होने से साहसिक खेलों में रूचि रखने वाले युवाओं में आक्रोश पैदा हो गया है। रवि धामी, सुरेश सिंह, मोहन चंद्र, विकास धामी आदि ने बताया कि केंद्र बनने के बाद जिले में साहसिक खेलों को बढ़ावा मिलने के सपने देखे जा रहे थे जो अब धूल धूसरित होते जा रहे हैं। ========== टनकपुर और पंचेश्वर में संचालित हो रहे साहसिक खेल

टनकपुर : जिले में साहसिक खेलों के नाम पर रिवर राफ्टिंग, राक क्लाइबिंग एवं एडवेंचर का ही आयोजन होता है। टनकपुर की शारदा नदी और पंचेश्वर की महाकाली नदी में राफ्टिंग के साथ चम्पावत, किमतोली व पंचेश्वर में रॉक क्लाइबिंग की ट्रेनिंग दी जाती है। रियल एडवेंचर लोहाघाट, लाइफ इज एडवेंचर टनकपुर, स्नोलाइम ट्रेवल वेंचर पंचेश्वर संस्थाएं साहसिक पर्यटन गतिविधियों से जुड़ी हैं। इन गतिविधियों में 20 युवाओं को प्रत्यक्ष और 60 युवाओं को अप्रत्यक्ष रोजगार भी मिला है। कोविड के कारण आठ माह तक बंद राफ्टिंग को फिर से शुरू कर दिया गया है।

========= टनकपुर में बने साहसिक पर्यटन केंद्र में ट्रेनरों की नियुक्ति न होने से उसका संचालन नहीं किया जा सका है। शासन से कर्मचारियों की नियुक्ति करने की मांग की गई है। उम्मीद है कि जल्द से जल्द केंद्र का संचालन शुरू हो जाएगा।

- लता बिष्ट, जिला पर्यटन अधिकारी, चम्पावत


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