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एक माह में ही उखड़ गया खालगढ़ा-दिगालीचौड़ रोड का डामर, ग्रामीणों में आक्रोश

नेपाल सीमा को जोड़ने वाले खालगढ़ा-दिगालीचौड़ मोटर मार्ग पर हुए घटिया डामरीकरण को लेकर लोगों में आक्रोश पैदा हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 28 Nov 2021 09:47 PM (IST)Updated: Sun, 28 Nov 2021 09:47 PM (IST)
एक माह में ही उखड़ गया खालगढ़ा-दिगालीचौड़ रोड का डामर, ग्रामीणों में आक्रोश
एक माह में ही उखड़ गया खालगढ़ा-दिगालीचौड़ रोड का डामर, ग्रामीणों में आक्रोश

संवाद सहयोगी, लोहाघाट : नेपाल सीमा को जोड़ने वाले खालगढ़ा-दिगालीचौड़ मोटर मार्ग पर हुए घटिया डामरीकरण को लेकर लोगों में आक्रोश पैदा हो गया है। रविवार को ग्रामीणों ने लोनिवि के खिलाफ प्रदर्शन कर रोष जताया। कहा कि शीघ्र दुबारा डामरीकरण नहीं किया गया तो विभाग के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा।

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ग्रामीणों का कहना था कि लोनिवि द्वारा लगभग एक माह पूर्व खालगढ़ा से दिगालीचौड़ मोटर मार्ग पर लगभग पाच किलोमीटर तक डामरीकरण का कार्य किया था। घटिया गुणवत्ता के कारण डामर उखड़ने लगा है। डामर उखड़ने से सड़क पर गड्ढे पड़ गए हैं और गिट्टियां सड़क पर फैली हुई हैं। इससे वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना हुआ है। बताया कि विभागीय अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने गुणवत्ता के साथ दोबारा डामरीकरण न करने पर उग्र आदोलन की चेतावनी दी। इधर एसडीएम केएन गोस्वामी का कहना है कि ग्रामीणों की ओर से मोटर मार्ग में डामर उखड़ने का शिकायती पत्र उन्हें भी मिला है। शीघ्र तकनीकी समिति का गठन कर गुणवत्ता की जांच की जाएगी। एसडीएम ने बताया कि आवश्यक पड़ने पर सेंपल परीक्षण के लिए लैब भेजे जाएंगे। प्रदर्शन करने वालों में त्रिलोक राम, प्रेम सिंह, दिवान सिंह, गोविंद राम, मंगतू लाला, गिरीश खोलिया, दलीप सिंह, एनडी तिवारी आदि मौजूद रहे। इस संबंध में विभागीय अधिकारियों का पक्ष जानने की कोशिश की तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया। ========= सड़क के अभाव में स्थानीय उत्पादों को नहीं मिल रहा बाजार

पिथौरागढ़: अशोकनगर से बेलतड़ी सड़क की मांग को लेकर चल रहा अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन 64वें दिन भी जारी रहा। बावजूद इसके ग्रामीणों की कोई सुध नहीं ली जा रही है। इससे खिन्न ग्रामीणों ने छह दिसंबर को जिला मुख्यालय में फिर से जुलूस-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।

विकासखंड मूनाकोट के बेलतड़ी में चल रहे धरना-प्रदर्शन के 64वें दिन अजय कुमार व योगेश भट्ट धरने पर बैठे। इस दौरान ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि क्षेत्र की अधिकांश जनता खेतीबाड़ी कर ही अपनी आजीविका चलाती है। इन दिनों क्षेत्र में संतरा, नींबू, माल्टा आदि बहुतायत हो रहा है, मगर सड़क के अभाव में ग्रामीण उन्हें बाजार तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं। जबकि सरकार द्वारा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने की बात कही जाती है, मगर इन उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने के लिए गांव तक सड़क सुविधा का लाभ नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीणों ने कहा कि आगामी 2 दिसंबर को एक शिष्टमंडल जिला मुख्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी से मुलाकात करेगा और उन्हें आगामी 6 दिसंबर को जिला मुख्यालय में जुलूस-प्रदर्शन के संबंध में एक ज्ञापन सौंपेगा। यदि इसके बाद भी ग्रामीणों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया तो क्षेत्रवासी उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। इस मौके पर रोहित भट्ट, कमला देवी, अनिता भट्ट, हेमा भट्ट, दीपक भट्ट आदि मौजूद रहे।


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