11,570 महिलाएं रहेंगी निर्णायक भूमिका में
विनोद कुमार चतुर्वेदी चम्पावत त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिले में सक्रिय 1157 स्वयं सहायता समूहो
विनोद कुमार चतुर्वेदी, चम्पावत
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिले में सक्रिय 1157 स्वयं सहायता समूहों की 11,570 महिला सदस्य चुनावी दंगल में खड़े प्रत्याशियों के भाग्य का निर्धारण करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगी। गांव की सामाजिक गतिविधियों में शामिल इन महिलाओं की पहुंच घर-घर तक है, जिसके चलते चुनावी समीकरण को बनाने बिगाड़ने में इनकी भूमिका गेम चेंजर साबित होगी। यही कारण है कि कई प्रत्याशी टिकट लेने से पहले और उसके बाद लगातार इनके संपर्क में हैं।
चम्पावत, लोहाघाट, पाटी और बाराकोट ब्लाकों में ग्राम्य विकास विभाग समेत विभिन्न विभागों और स्वयंसेवी संगठनों द्वारा महिला समूहों का गठन किया गया है और प्रत्येक समूह में 10 महिलाएं हैं। जिले के चारों ब्लॉकों में समूहों की हजारों महिलाएं अपने गांव और क्षेत्र की सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों से सीधे जुड़ी हुई हैं। अमूमन हर परिवार से एक महिला समूह की सदस्य है। इस स्थिति में जनप्रतिनिधि चुनने से लेकर विकास का एजेंडा तय करने में इनका रोल काफी अहं रहता है। इस बार होने वाले त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में भी समूह की महिलाएं प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करने में बड़ी भूमिका अदा कर सकती हैं। समय-समय पर मिलने वाली ट्रेनिंग और जिला स्तर पर होने वाले हर कार्यक्रम में शामिल होने के कारण समूह की महिलाओं की राजनीतिक समझ अन्य कामकाजी महिलाओं से काफी अच्छी होती है। चुनावी समीकरण को बनाने बिगाड़ने में इनकी सामर्थ्य का अंदाजा चुनावी दंगल में उतरे प्रत्याशियों को भी है। ग्राम प्रधान, बीडीसी सदस्य और जिपं सदस्य का चुनाव लड़ चुके अनुभवी दावेदार दुबारा चुनाव लड़ने पर समूहों की चौखट में हाजिरी लगा रहे हैं। कई लोग तो जन संपर्क के दौरान भी समूहों की महिलाओं को साथ लेकर चल रहे हैं। समूहों की महिलाएं किस प्रत्याशी के उपर अपना वरद हस्त रखती हैं यह भविष्य के गर्त में छिपा है।
जनपद में गठित समूहों की संख्या और
ब्लाक समूहों की संख्या सदस्यों की संख्या
चम्पावत 326 3260
लोहाघाट 343 3430
पाटी 251 2510
बाराकोट 237 2370।