जिले की 108 सेवा राम भरोसे
रजत श्रीवास्तव, चम्पावत जिले की 108 आपातकालीन सेवा राम भरोसे चल रही है। जिले के लोग यदि चोटि
रजत श्रीवास्तव, चम्पावत
जिले की 108 आपातकालीन सेवा राम भरोसे चल रही है। जिले के लोग यदि चोटिल हो जाए या फिर जान पर ही क्यों न बन आए, 108 आपका फोन नहीं उठाएगा। दस हजार से अधिक कॉलों का आज तक जवाब नहीं मिला।
स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने के चलते सरकार की मंशा थी कि हर पहर दर्द में कराह रहे लोगों का साथ देने के लिए 108 एंबुलेंस तत्पर रहे। इसके लिए बाकायदा सभी इंतजाम किए गए। प्रत्येक क्षेत्र में एंबुलेंस की सुविधा भी मुहैया कराई गई, लेकिन आज यह सुविधा बदहाल हो चुकी है। जिले में पांच एंबुलेंस की हालत आज बेहद नाजुक है। चम्पावत हो या टनकपुर, बनबसा या लोहाघाट हर कहीं यही हाल है। पीड़ित नंबर लगाता रह जाता है और कॉल रिसीव नहीं की जाती। आकंड़े बताते हैं पिछली दफा 46775 मददगारों ने 108 डायल किया पर सिर्फ 36480 कॉल की रिसीव की जा सकी, जबकि 10295 कॉल पर कोई एक्शन नहीं हो सका। पीड़ित सिर्फ फोन लगाता रह गया, लेकिन जबाव सिफर रहा। अब ऐसे में सरकारी सुविधा अब पंचर दिखाई दे रही है।
------------------
प्रमुख बीमारियों में मिला साथ
पेट दर्द के मरीज -5127
जानवरों के शिकार - 224
डायबटीज के मरीज- 70
बुखार से पीड़ित मरीज-1548
आग से झुलसे मरीज -199
सुसाइड के लिए -34
प्रसव पीड़ा से परेशान -16455
--------------------
447 ने दिया एंबुलेंस में जन्म
चम्पावत : अस्पताल की दयनीय स्थिति का यह साक्षात प्रमाण है कि 108 एंबुलेंस में 447 नवजात ने एंबुलेंस में ही जन्म लिया। कारण कि उन्हें समय पर उपचार न मिलने के कारण रेफर कर दिया जाता। जिस कारण महिलाएं रास्ते में ही बच्चे को जन्म दे देती है।
------------------
जिले से कुल आई कॉल :
ब्लॉक आइ कॉल अटेंड कॉल
बाराकोट 4258 3071
चम्पावत 23799 18753
लोहाघाट 10589 8429
पाती 8129 6220
----------------
जिले में पांच एंबुलेंस हैं। जो खराब हैं उनको बदला जा रहा है। जिले में तीन नई एंबुलेंस दे दी गई है,जबकि अब दो एंबुलेंस रह गई है। उनके आते ही उनका शीघ्र ही इस्तेमाल किया जाएगा।
- मोहन राणा, 108 एंबुलेंस मीडिया प्रभारी