गर्मियां आते ही गहराया पानी का संकट
जिला मुख्यालय के कई मुहल्लों में बीते कुछ दिनों से पेयजल संकट बना हुआ है। शुक्रवार को कड़ी मशक्कत के बाद कुछ एक मुहल्लों में पानी तो आया लेकिन पानी में मिट्टी पेड़ों के पत्ते और कीड़े-मकोड़े पाए गए।
गोपेश्वर: मुख्यालय गोपेश्वर में गर्मियां शुरू होते ही पेयजल संकट पैदा होता है। यह समस्या कई सालों से बनी हुई है। हालांकि नागरिकों की इस समस्या के निराकरण के लिए तकरीबन नौ करोड़ की लागत से अमृतगंगा पेयजल योजना का निर्माण भी किया जा चुका है। बावजूद इसके नगर में पानी का संकट बरकरार है। बीते एक सप्ताह से मंदिर मार्ग, बसंत विहार, हरिओम कालोनी समेत अन्य मोहल्लों में पानी का संकट बना हुआ है। पानी प्राप्त करने के लिए इन मोहल्लों के लोग प्राकृतिक स्त्रोतों की दौड़ लगा रहे हैं। पेयजल संकट वाले मोहल्लों में कड़ी मशक्कत के बाद शुक्रवार को पानी तो आया। लेकिन पानी में मिट्टी व पेड़ों के पत्ते मिले हुए पाए गए। मंदिर मार्ग निवासी उपभोक्ता अशोक सेमवाल, मनोज तिवारी सहित अन्य लोगों ने जल संस्थान से पेयजल संकट से निजात दिलाने व शुद्ध पानी उपलब्ध कराने की मांग की है। (संसू)