फूलों की घाटी दूसरे दिन भी बंद, हेमकुंड यात्रा शुरू
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क जाने वाले मार्ग में घूसा गदेरे पर अस्थायी पुलिया का निर्माण करने के साथ ही क्षतिग्रस्त मार्ग की भी मरम्मत कर दी गई है। हालांकि, अभी पुलिया को फिट नहीं किया गया है, जिस कारण पर्यटक दूसरे दिन भी घाटी की सैर को नहीं जा सके। पार्क प्रशासन का कहना है कि घांघरिया में ठहरे पर्यटक शुक्रवार को घाटी के लिए रवाना किए जाएंगे। बुधवार को घूसा गदेरे पर बनी पुलिया के बहने और पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण 160 पर्यटकों को घांघरिया में ही रोक दिया गया था। उधर, मौसम के अलर्ट को देखते हुए रोकी गई हेमकुंड साहिब की यात्रा गुरुवार को सुचारू कर दी गई। सुबह गोविंदघाट से घांघरिया के लिए 700 तीर्थ यात्री रवाना हुए, जबकि 600 तीर्थ यात्रियों ने घांघरिया से हेमकुंड साहिब पहुंचकर दरबार में मत्था टेका।
फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क के अनुभाग अधिकारी अनूप कुमार ने बताया कि घाटी को जाने वाले रास्ते की मरम्मत के साथ ही घूसा गदेरे पर अस्थायी पुलिया का निर्माण भी कर दिया गया है। इसके लिए वन विभाग की टीम सुबह से ही जुट गई थी। हालांकि, गदेरे का जलस्तर बढ़ने की आशंका को देखते हुए अस्थायी पुलिया को फिट नहीं किया गया है। शुक्रवार तड़के पुलिया को फिट कर पर्यटकों को घाटी के लिए रवाना किया जाएगा। बताया कि वन विभाग की एक टीम को रेकी के लिए फूलों की घाटी भेजा गया था, जो अब लौट आई है। घाटी में स्थिति सामान्य है। विदित हो कि इस सीजन में अब तक 4500 पर्यटक घाटी की सैर कर चुके हैं।
उधर, मौसम साफ रहने पर गुरुवार सुबह प्रशासन ने तीर्थ यात्रियों को हेमकुंड साहिब जाने की अनुमति दे दी। पुलिस अधीक्षक चमोली श्वेता चौबे ने बताया कि हेमकुंड साहिब पैदल मार्ग पूरी तरह सुरक्षित है और तीर्थ यात्रियों की मदद के लिए मार्ग पर जगह-जगह पुलिस व एसडीआरएफ की टीम तैनात की गई हैं। गोविंदघाट गुरुद्वारा के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि गुरुवार को 600 तीर्थ यात्रियों ने हेमकुंड साहिब में माणा टेक पवित्र सरोवर में डुबकी लगाकर दरबार में मत्था टेका।