Move to Jagran APP

हेमकुंड साहिब में मौजूद है सिर्फ चार फीट बर्फ, पैदल मार्ग पर नजर नहीं आ रहे बड़े हिमखंड

इस साल कम बर्फबारी होने के कारण हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर में काफी कम बर्फ जमी है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अनुसार गुरुद्वारा और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर जरूर बर्फ से ढके हुए हैं लेकिन हेमकुंड साहिब पैदल मार्ग पर इस बार बड़े हिमखंड नजर नहीं आ रहे।

By Raksha PanthriEdited By: Published: Sat, 27 Feb 2021 12:10 PM (IST)Updated: Sat, 27 Feb 2021 12:10 PM (IST)
हेमकुंड साहिब में मौजूद है सिर्फ चार फीट बर्फ, पैदल मार्ग पर नजर नहीं आ रहे बड़े हिमखंड
हेमकुंड साहिब में मौजूद है सिर्फ चार फीट बर्फ।

संवाद सूत्र, जोशीमठ (चमोली)। इस साल कम बर्फबारी होने के कारण हेमकुंड साहिब व लोकपाल लक्ष्मण मंदिर में काफी कम बर्फ जमी है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अनुसार गुरुद्वारा और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर जरूर बर्फ से ढके हुए हैं, लेकिन हेमकुंड साहिब पैदल मार्ग पर इस बार बड़े हिमखंड नजर नहीं आ रहे। 

loksabha election banner

गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की टीम ने इसी सप्ताह हेमकुंड साहिब पहुंचकर वहां की स्थिति का जायजा लिया। कमेटी के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि चमोली जिले में समुद्रतल से 15225 फीट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब पैदल मार्ग पर बीते वर्ष तक 150 फीट तक ऊंचे हिमखंड नजर आते थे। उन्हें काटकर रास्ता बनाने के लिए सेना की इंजीनियरिंग कोर के जवानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी, लेकिन इस बार बहुत छोटे हिमखंड पैदल मार्ग में हैं। हेमकुंड साहिब में भी मात्र चार फीट बर्फ ही जमी हुई है। जबकि, बीते वर्षों में इस समय यहां 20 फीट से अधिक बर्फ रहती थी। 

सरदार सेवा सिंह ने बताया कि हेमकुंड मैनेजमेंट ट्रस्ट जल्द ही बैठक बुलाकर कपाट खोलने के संबंध में निर्णय लेगा। इसके बाद सेवादारों का दल जल्द हेमकुंड के लिए रवाना होगा। कहा कि पैदल मार्ग में बर्फ न होने के कारण इस बार यात्रा तैयारियों में भी दिक्कतें नहीं आने वाली। हां! इतना जरूर है कि इस बार यात्रा रूट पर पीने के पानी की किल्लत हो सकती है, क्योंकि कम बर्फबारी होने के कारण प्राकृतिक स्रोत रिचार्ज नहीं हो पाए और उन पर काफी कम पानी है। 

यह भी पढ़ें- औली में प्रस्तावित राष्ट्रीय शीतकालीन खेल हुए रद, जम्मू-कश्मीर को दी जा रही मेजबानी; जानिए वजह

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.