मींग-गडकोट-हंसकोटी मोटर मार्ग की स्थिति खस्ताहाल
ग्रामीण क्षेत्रों को सड़क सुविधा से जोड़ने की मुहिम विभाग व संबंधित ठेकेदार की मिलीभगत से परवान नहीं चढ़ पा रही हैं।
संवाद सहयोगी, नारायणबगड़:
ग्रामीण क्षेत्रों को सड़क सुविधा से जोड़ने की मुहिम विभाग व संबंधित ठेकेदार की मिलीभगत से परवान नहीं चढ़ पा रही हैं। नारायणबगड़ विकासखंड के अंतर्गत निर्मित पीएमजीएसवाई की ओर से निर्माणाधीन मींग-गडकोट-हंसकोटी मोटर मार्ग की स्थिति खस्ताहाल है। जहां विभाग व ठेकेदार की मिलीभगत से निम्न गुणवत्ता का कार्य कराया जा रहा है। नौ माह पूर्व बनाए गए मोटर पुल की बुनियाद दिखने लगी है।
मोटर मार्ग में हो रही अनियमितताओं के संबंध में ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों व गडकोट में आयोजित जिलाधिकारी के जनता दरबार में जांच के लिए शिकायती पत्र दिया, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। वर्तमान में द्वितीय फेज के तहत हो रहे घटिया डामरीकरण का कार्य ग्रामीणों ने रोक दिया। विभाग की ओर से सही कार्य न कराए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
ग्रामीण दीपक चंदोला, त्रिलोक सिंह नेगी, विशन सिंह ने बताया कि प्रथम फेज से ही विभाग व ठेकेदार की मिलीभगत से मानकों के विपरीत कार्य कराया जा रहा है। जहां एक ओर सड़क कटिग के दौरान डंपिंग जोन न बनाए जाने से सारा मलबा कास्तकारों के खेतों में डाल दिया गया। जबकि इस दौरान क्षतिग्रस्त हुई पेयजल लाइन, संपर्क मार्ग व नहर को भी भारी नुकसान पहुंचा जिस पर ठेकेदार व विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की। ग्राम पंचायत विनायक के डुगरियाल गांव में पंचायत भवन जर्जर हो गया है, वहां कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं। जिसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से की गई, लेकिन सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया।
ग्रामीण दीपेंद्र सिंह मनेषा, प्रकाश सिलोडा, बीरेंद्र सिंह रावत, जगदीश प्रसाद, ग्राम प्रधान नलिनी मनेषा आदि ने खराब डामरीकरण करने की शिकायत कर कार्य को रोकने की मांग की। उनका कहना है कि सड़क पर बिछाया जा रहा डामर हाथों-हाथ उखड़ रहा है।
ब्रिडकुल के सहायक अभियंता दिनेश कुमार ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और डामरीकरण कार्य रोकने को संबंधित कार्यदायी संस्था को कहा है। ग्राम प्रधान नलिनी ने कहा कि सही कार्य कराने के लिए विभाग से मांग की गई है। साथ ही आंदोलन की चेतावनी दी गई है।