बर्फबारी ने बढ़ाई दुश्वारियां, 50 से ज्यादा गांव बर्फ से ढ़के, पर्यटकों को रोका
पहाड़ में भारी बर्फबारी और बारिश ने दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। चमोली जिले के 50 से अधिक गांव बर्फ से ढ़क गए हैं। सुदूरवर्ती गांव रामणी घूनी पाणा ईराणी के पैदल मार्ग बंद हो गए हैं। इसके अलावा पुलिस प्रशासन ने औली समेत कई मोटर मार्गो पर पर्यटकों की आवाजाही रोक दी है।
जागरण टीम, गढ़वाल: पहाड़ में भारी बर्फबारी और बारिश ने दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। चमोली जिले के 50 से अधिक गांव बर्फ से ढ़क गए हैं। सुदूरवर्ती गांव रामणी, घूनी, पाणा, ईराणी के पैदल मार्ग बंद हो गए हैं। इसके अलावा, पुलिस प्रशासन ने औली समेत कई मोटर मार्गो पर पर्यटकों की आवाजाही रोक दी है। केदारनाथ धाम में चार फीट से अधिक बर्फ जम गई है। शीतलहर के चलते हाड़कंपाती ठंड के कारण लोग घरों में कैद होकर रह गए हैं। उधर, धनोल्टी क्षेत्र में तीन दर्जन से अधिक गांव दो दिनों से अंधेरे में डूबे हुए हैं।
गोपेश्वर: जिले में लगातार हो रही बर्फबारी के बाद जोशीमठ, औली, गोपेश्वर चोपता, ऊखीमठ सड़क बंद हो गई। बर्फबारी के चलते पुलिस प्रशासन ने गोपेश्वर-चोपता सड़क पर मंडल से आगे वाहनों की आवाजाही फिलहाल बंद कर दी है। पर्यटकों को मंडल, गोपेश्वर व अन्य स्थानों पर रोका गया है। बर्फबारी से जोशीमठ-औली सड़क पर कीचड़ बैंड से आगे भारी बर्फबारी होने के कारण पर्यटक वाहन नहीं जा पा रहे हैं। पर्यटक पैदल ही बर्फ के ऊपर आवाजाही कर औली पहुंच रहे हैं। हालांकि जोशीमठ-औली रोपवे के संचालित होने के कारण कुछ पर्यटक रोपवे से औली जाकर राहत महसूस कर रहे हैं। बर्फबारी के बाद गोपेश्वर-चोपता-ऊखीमठ सड़क भी बंद हो गई है। इसके अलावा देवाल विकासखंड के दर्जनों गांवों की आवाजाही का साधन कुंडबगड़ घेस सड़क पर भी भारी बर्फ जमी होने से वाहनों की आवाजाही नहीं हो पा रही है। बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, लोकपाल मंदिर के साथ ही ऊंची व निचली चोटियों भी बर्फ से ढ़की हुई है। रामणी के ग्राम प्रधान सूरज सिंह पंवार ने बताया कि दो दिनों से बर्फबारी हो रही है। कहा कि पैदल मार्ग बंद होने के कारण पशुओं के लिए चारापत्ती तक नहीं ला पा रहे हैं।
कर्णप्रयाग: ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात से शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया है। मौसम में आए एकाएक बदलाव से क्षेत्रीय निवासी सर्दी-जुकाम से परेशान हैं। देवाल के घेस, बलाड, वाण, दिदीना, लोहाजंग, रामपुर, तोरती आदि गांव में बर्फबारी से रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हुए हैं।
रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम, तुंगनाथ, चोपता, दुगलबिट्टा, देवरिताल, माटिया बुग्याल, मध्यमेश्वर, खाम बुग्याल और ऊंचाई वाले स्थानों पर लगातार चौथे दिन भी बर्फबारी हुई। केदारनाथ धाम में चार फीट से अधिक बर्फ जम गई है। वहीं जिले के दो दर्जन गांवों में भी बर्फबारी से मौसम काफी ठंडा हो गया है। बर्फबारी होने से गांवों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वहीं सोमवार को भी रुद्रप्रयाग, तिलवाड़ा, ऊखीमठ, गुप्तकाशी, फाटा, जखोली और जनपद के सभी कस्बों में पूरे दिन रुक-रुककर बारिश होती रही, जिससे मौसम काफी ठंडा हो गया। अधिकांश लोग अपने घरों में ही दुबके रहे। प्रचार की रफ्तार भी काफी कम हो रही है। कोविड के साथ ही ठंड ने प्रचार को पूरी तरह प्रभावित किया है।
नई टिहरी: कद्दूखाल, सुरकंडा, बुरांशखंडा, नागटिब्बा, धनोल्टी, प्रतापनगर, गंगी आदि जगहों पर शनिवार को भारी हिमपात के चलते बंद हुआ चंबा-मसूरी मोटर मार्ग सोमवार को भी नहीं खुल सका। क्षेत्र में कई जगहों पर अभी भी बर्फ जमी है। मार्ग बंद होने से जहां क्षेत्रवासियों को आवागमन की समस्या से जूझना पड़ रहा है वहीं कई आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी क्षेत्र में नहीं हो पा रही है। सड़क को खोलने के लिए यहां पर जेसीबी मशीन लगाई गई है, लेकिन रुक-रुक कर हो रही बर्फबारी के चलते सड़क सुचारू करने में परेशानी हो रही है। वहीं धनोल्टी क्षेत्र में भी पिछले दो दिनों से बिजली की आपूर्ति ठप होने से यह क्षेत्र अंधेरे में डूबा है। करीब तीन दर्जन से अधिक गांवों में आपूर्ति ठप हो रखी है। बर्फबारी के कारण घुत्तू-गंगी मोटर मार्ग भी बाधित हो गया। सोमवार सुबह से भी बारिश जारी रही। इन क्षेत्रों में गिरी बर्फ के चलत जिला मुख्यालय सहित पूरे क्षेत्र में शीतलहर छा गई। सोमवार सुबह पूरा मुख्यालय घने कोहरे की आगोश में रहा। ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अर्जुन प्रताप सिंह का कहना है कि क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के चलते बिजली आपूर्ति सुचारू करने में दिक्कतें आ रही हैं।
पौड़ी: मंडल मुख्यालय पौड़ी तथा इससे सटे क्षेत्रों में सोमवार का दिन भी ठिठुरन भरा रहा, जबकि थलीसैंण-चौंरीखाल-चिपलघाट तथा पाबौ संतुधार-चौबटटाखाल-चौरीखाल मोटर मार्ग पर बर्फबारी होने के चलते सुबह के वक्त बंद हो गए थे। बर्फ हटाने पर दोपहर बाद उन पर मार्गाे पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकी। बर्फ से अवरूद्ध थलीसैंण-बूंगीधार- जानल-मनिला मोटर मार्ग के अलावा मरचूला-सराईखेत-बैंजरों-पोखड़ा-सतपुली मोटर मार्ग को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई थी। इसके अलावा, पौड़ी मुख्यालय के कई क्षेत्रों में बीएसएनएल की ब्राडबैंड सेवा भी सुबह से ही बाधित रही।