वित्तीय स्वीकृति न मिलने से लटका सड़क निर्माण
मुख्यमंत्री की घोषणा में शामिल 10 किलोमीटर पोखरी-लांजी-हयूंण-सलखेत मोटर मार्ग को अब तक वित्तीय स्वीकृति नहीं मिल पाई है। सड़क का निर्माण न होने से छह से अधिक गांवों की पांच हजार से अधिक की आबादी आज भी मीलों पैदल चलकर गांव आवाजाही को मजबूर है।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: मुख्यमंत्री की घोषणा में शामिल 10 किलोमीटर पोखरी-लांजी-हयूंण-सलखेत मोटर मार्ग को अब तक वित्तीय स्वीकृति नहीं मिल पाई है। सड़क का निर्माण न होने से छह से अधिक गांवों की पांच हजार से अधिक की आबादी आज भी मीलों पैदल चलकर गांव आवाजाही को मजबूर है। सड़क निर्माण की मांग को लेकर लोकसभा चुनावों का बहिष्कार कर चुके ग्रामीणों ने इस बार विधानसभा चुनावों के बहिष्कार की चेतावनी दी है। इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन भेजा गया है।
जोशीमठ विकासखंड का पोखरी क्षेत्र आज भी यातायात सुविधा से वंचित है। इस क्षेत्र के पोखरी, लांजी, हयूंणा, पाखी, सलखेत, तिरोसी, द्वींग सहित कई गांवों के ग्रामीण आज भी 10 किलोमीटर तक पैदल आवाजाही कर गांव पहुंचना पड़ता है। ऐसा नहीं कि इस गांव के लिए सड़क स्वीकृत न हो। वर्ष 2020 में इस क्षेत्र के लिए 10 किलोमीटर सड़क की स्वीकृति भी मिली, लेकिन अभी तक वित्तीय स्वीकृति न मिलने से सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शासन-प्रशासन से सड़क निर्माण की गुहार लगाई जा चुकी है। मगर अभी तक ग्रामीणों की इस मांग पर कार्रवाई न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। पोखनी के ग्राम प्रधान संदीप भंडारी ने बताया कि सड़क निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर पाखी में पांच दिन बाद चक्काजाम करने की भी चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजने वालों में बाल सिंह राणा, जगदीश भंडारी, दिनेश राणा, संदीप सिंह, आशीष रावत, राकेश कुंवर, पंकज सेमवाल आदि ग्रामीण शामिल हैं।