ड्यूटी के साथ गोसेवा भी, बारिश में भीग रहे गाय-बछड़े को पुलिसकर्मियों ने दिया सहारा
सड़क पर प्रसव के बाद बारिश में भीग रहे गाय और बछड़े को महिला पुलिसकर्मियों ने सहारा दिया। उन्होंने दोनों को बंदीगृह के पास बांध दिया।
गोपेश्वर, जेएनएन। पुलिस आए दिन अपने कामों के कारण चर्चा में रहती है, लेकिन गोपेश्वर थाना पुलिस की कार्यशैली गो सेवा के कारण चर्चा में है। सड़क पर प्रसव के बाद पुलिस कर्मियों ने गाय और बछड़े को बारिश से बचाने के लिए पहले तो बंदीगृह के बरामदे में रखा और फिर थाना परिसर में रखकर उनकी सेवा में जुटे हैं।
चमोली के जिला मुख्यालय गोपेश्वर में सड़क पर आवारा मवेशी घूमते रहते हैं। मवेशी कूड़े का आहार करते झुंड में देखे जा सकते हैं। इन मवेशियों के लिए गो सदन नहीं होने से सड़क ही इनका ठिकाना है। कई मवेशियों को तो मालिक ही सड़क पर छोड़े रखते हैं। बीती शाम एक गाय का प्रसव थाने के नजदीक सड़क पर हुआ तो गोमाता की स्थिति देखकर पुलिसकर्मियों से रहा नहीं गया। बारिश में गाय और बछड़े के सिर पर छत न होने के चलते महिला पुलिस कर्मियों ने थाने के बरामदे में बंदी गृह के सामने ही इन्हें बांध दिया।
बारिश बंद हुई तो गाय के मालिक की ढूंढ खबर हुई, लेकिन मालिक का पता नहीं मिला और ना ही कोई गाय को रखने के लिए तैयार हुआ। जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने थाना परिसर में ही गाय और बछड़े को बांध दिया और उसकी सेवा में जुटे रहे। महिला पुलिसकर्मियों ने गाय के लिए घास का इंतजाम भी किया।
गो सेवा में लगी थाने की महिला कॉन्स्टेबल मीना राणा का कहना है कि ड्यूटी के साथ-साथ गो सेवा भी हो रही है। महिला कॉन्सटेबल निकिता का कहना है कि सड़क पर बारिश से बचाने के लिए वे गाय और बछड़े को सुरक्षित स्थान पर लाए।
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