हेमकुंड यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह
श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। चार सितंबर को कपाट खुलने से लेकर अब तक 455 श्रद्धालु गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर में मत्था टेक चुके हैं।
संवाद सहयोगी, गोपेश्वर: श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है। चार सितंबर को कपाट खुलने से लेकर अब तक 455 श्रद्धालु गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर में मत्था टेक चुके हैं। गोविंदघाट व घांघरिया में श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है। लेकिन, 19 किमी लंबे पैदल मार्ग पर दुकानें बंद पड़ी होने से उन्हें काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।
हेमकुंड साहिब यात्रा के मुख्य पड़ाव घांघरिया में यात्रियों के खाने-ठहरने की व्यवस्था गुरुद्वारा, गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस और कुछ निजी होटलों में की गई है। लेकिन, घांघरिया से हेमकुंड और गोविंदघाट से घांघरिया के बीच सिर्फ एक-एक होटल ही खुले हैं। गोविंदघाट से हेमकुंड तक की यह दूरी 19 किमी है। हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य प्रबंधक सरदार सेवा सिंह का कहना है कि पैदल मार्ग पर जगह-जगह दुकानें खुलें तो श्रद्धालुओं को काफी राहत मिलेगी। हालांकि, हेमकुंड जाने के लिए घोड़ा-खच्चर उपलब्ध हैं।
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13 हजार श्रद्धालु कर चुके बदरी विशाल के दर्शन
यात्रा शुरू होने के बाद से 13372 श्रद्धालु भगवान बदरी विशाल के दर्शन कर चुके हैं। बारिश व भूस्खलन के चलते हाइवे बंद होने से भी काफी कम यात्री बदरीनाथ पहुंच रहे हैं। विदित हो कि कोरोना संक्रमण के चलते इस बार बदरीनाथ धाम के कपाट 15 मई को खोले गए थे। जबकि, यात्रा 12 जून से शुरू हुई।