जलस्त्रोत बना डंपिग जोन, तालाब में गंदगी
नगरपालिका की प्रारंभिक सीमा पंचपुलिया पोखरीपुल व कर्णमंदिर के समीप पालिका का सफाई अभियान खानापूर्ति बना है। पंचपुलिया बस अड्डे के व्यापारियों सहित भवनस्वामियों ने कई बार नगर पालिका को पार्किंग स्थल व जलस्त्रोत सफाई का लेकर लिखित रूप से अवगत करायालेकिन नाली निकासी न होने से पानी का तालाब गंदगी को बढ़ा रहा है।
संवाद सहयोगी, कर्णप्रयाग: नगरपालिका की प्रारंभिक सीमा पंचपुलिया, पोखरीपुल व कर्णमंदिर के समीप पालिका का सफाई अभियान खानापूर्ति बना है। पंचपुलिया बस अड्डे के व्यापारियों सहित भवनस्वामियों ने कई बार नगर पालिका को पार्किंग स्थल व जलस्त्रोत सफाई का लेकर लिखित रूप से अवगत कराया,लेकिन नाली निकासी न होने से पानी का तालाब गंदगी को बढ़ा रहा है।
दरअसल बदरीनाथ राजमार्ग पर पुलिस चौकी के समीप पुराना जलस्त्रोत राहगीरों की प्यास बुझाता है,लेकिन इससे लगी खाली भूमि पर खुले मे शौच व लगातार बढ़ रही गंदगी से जलस्त्रोत डंपिग जॉन में बदल गया है हालात यह है कि पालिका से शिकायत करने के बाद समस्या जस की तस है वाहन पार्किंग स्थल पर आए दिन पालतू सुअरों का झुंड गंदगी को बढ़ रहा है वहीं दुकान, होटल व मोटर पार्टस की दुकानों तक आवारा पशु आसानी से प्रवेश कर रहे हैयहीं नही पालिका का रैन बसेरा भी इसी पार्किंग स्थल से लगा है इसी तरह कर्णमंदिर परिसर में प्राकृतिक जलस्त्रोत की सफाई बीते एक दशक से पालिका करने में नाकाम रही है। हैरानी की बात यह है कि नमामि गंगे के तहत कर्णमंदिर के समीप उत्तराखंड पेयजल निगम ने ट्रीटमेंट प्लांट तो तैयार किया ,लेकिन निकासी नाली को इस प्लांट से नही जोड़ा गया है और भूमिगत जल के लिए पृथक नाली बनाकर सीवर प्लांट सुचारू दिखाया जा रहा है।
भवन स्वामी संजय कुमार, जगदीश प्रसाद ने कहा जलसंरक्षण एवं स्वच्छता को लेकर अभियान संचालित किए जा रहे हैं वहीं नगर पालिका क्षेत्र कर्णप्रयाग की प्रारंभिक सीमा में प्राकृतिक जलस्त्रोत डंपिग जॉन में परिवर्तित होने से गंदगी बढ़ती जा रही है। भवनस्वामियों ने जलस्त्रोत का रखरखाव कर जलस्त्रोत का सुंदरीकरण करने की गुहार पालिका प्रशासन से की है, नगर पालिका कर्णप्रयाग की प्रारंभिक सीमा कर्णशिला के समीप पुराना जलस्त्रोत राहगीरों के लिए पेयजल का जरिया रहा है। जलस्त्रोत से निकलने वाले पानी की निकासी को नाले से नही जोड़ा गया जिससे समीप के दुकानों की गंदगी यहां डंपिग जोन के रूप में बदल गई है। व्यापारी राजेन्द्र सिंह, कुंवर सिंह, जगत सिंह ने कहा कई स्थानों पर आवासीय भवनों का गंदा पानी नालियों में डाला जा रहा है जिससे दुकानों में बैठना दूभर हो जाता है।
पालिका ने जलस्त्रोत के सुंदरीकरण का प्रस्ताव रखा है शीघ्र ही समीप स्थित भवन व व्यापारियों की समस्या का निदान कर दिया जाएगा। नाली निकासी को सीवर लाइन तक जोड़ने के लिए पूर्व में कार्य किया जा चुका है।
दमयंती रतूड़ी, पालिका अध्यक्ष
फोटो-बदरीनाथ राजमार्ग पर कर्णप्रयाग में प्राकृतिक जलस्त्रोत पर पसरी गंदगी